आजमगढ : जब ज़िले में हो बीमार एम्बुलेंस कहाँ से बीमार को ले जाएगी अस्पताल
आजमगढ़। जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात 108 नम्बर की एंबुलेंस खुद ही बीमार हो गई है तो दूसरे का इलाज कैसे होगा। अहरौला में एक 108 नम्बर एंबुलेंस को धक्का लगाने का वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। वीडियों में एंबुलेंस में गंभीर मरीज पड़ा है और लोग एंबुलेंस को ही धक्का लगा रहे है। बावजूद एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो सकी।
सरकार ने एंबुलेंस की व्यवस्था आम जनता की सुविधा के लिए चालू किया है लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते खामियाजा मरीज भुगत रहे है। फिटनेस की ओर तो जैसे विभाग ध्यान ही नहीं देता है। वायरल वीडियों सीएचसी अहरौला के ठीक सामने का शनिवार की शाम शाम को बताया जा रहा है। एक 108 नम्बर की एंबुलेस को मरीज के तीमारदार धक्का दे रहे थे। जिसका वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अक्सर ही यह 108 नंबर की एंबुलेस ऐसे ही बीच रास्ते में खड़ी हो जाती है। जब इसमें मरीज रहते है तो मरीज के साथ ही तीमारदारों के समक्ष बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है। वायरल वीडियो में काफी देर तक लोग इस एंबुलेंस को धक्का दे रहे थे लेकिन वह स्टार्ट नहीं हुई। वहीं अहरौला सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा0 योगेश गौतम का कहना है कि वायरल वीडियों में जो एंबुलेंस है वह उनके अस्पताल की नहीं बल्कि फूलपुर की है। हमारे यहां की सभी एंबुंलेंस सही है और सुचारू रूप से चल रही है। किसी तकनीकी खराबी के कारण वह स्टार्ट नहीं हुई होगी। वैसे भी इन एबुलेंसों के देखरेख की जिम्मेदारी लखनऊ के जीवीके कंपनी की है। फिटनेस व संचालन की जिम्मेदारी उन्हीं की है।
वहीं लोगों का कहना है कि एंबुलेंस में गंभीर मरीज को बिठाकर जिस तरह से उसे धक्का लगाया जा रहा है। यह वाकई में काफी हैरान करने वाला है। इसकी जिम्मेदारी सीएससी के अधीक्षक की है कि वह एंबुलेंस को समय-समय पर दुरूस्त कराते रहे।