सट्टे का अवैध धंधा चल रहा जोरों पर

in #hathras2 years ago

images (2).jpegसट्टा पूरे भारत में प्रतिबंधित है। उत्तर प्रदेश में कई तरह से सट्टा खेला जाता है। सट्टे का यह खेल यूपी के जिला हाथरस में भी बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। कुछ लोग जल्दी ही अमीर बनने के लिए सट्टा लगाते हैं ताकि वह जल्दी ही खूब सारा पैसा जीतकर अमीर बन जाएं। सट्टा लगाना व इसकी खाईबाड़ी करना दोनों ही प्रतिबंधित है लेकिन फिर भी लोग पुलिस से बचकर खूब खाईबाड़ी करने वालों के अड्डे पर जाकर व कुछ ऑनलाइन वाट्सएप के माध्यम से सट्टा लगाते हैं और वह यह भूल जाते हैं कि सट्टा लगाने से कभी भी धन की भारी हानि हो सकती है।
सट्टे इस जिले में काफी समय से लगता आ रहा है। हाईकमान से भी सट्टे को पूरी तरह से रोकने के लिए कई बार निर्देश आ चुके हैं। सिटी में भी पुलिस के द्वारा इसे बंद करने के लिए कई तरह की प्लानिंग भी की गई। कई बार स्पेशल अभियान भी चलाए गए, लेकिन पुलिस छोटे-मोटे सटोरियों को बंद कर इतिश्री कर लेती है। इनके असली खिलाडि़यों तक पुलिस बहुत कम ही पहुंच पाती है जिसका नतीजा है कि युवा सट्टे जैसे गंदे धंधे में धंसते जा रहे हैं। दाऊ बाबा की इस नगरी में इन दिनों सट्टे का कारोबार चरम पर है। यही नहीं इस धंधे को माफियाओं ने हाईटेक बना रखा है। व्हाट्सएप का इस्तेमाल अब सट्टा माफिया बहुत अच्छे तरीके से कर रहे हैं। दाऊ बाबा की नगरी में रोजाना लाखों रुपये सट्टे की खाईवाड़ी में खप रहे हैं।
कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ढकपुरा रोड, देवी वाली बगीची के सामने ही एक गली में एक सट्टे की खाईबाड़ी करने वाला एक दबंग युवक इस समय यह युवक खुलकर सट्टे की खाईबाड़ी कर रहा है। पुलिस प्रशासन का डर भी इसको नही है। शाम होते ही सट्टा लगाने वालों की महफिल इस युवक के यहां लगना शुरू होती है। महफिल भी ऐसी होती है कि सैकड़ों लोग इसके अड्डे पर आते हैं और सट्टा लगाकर जाते हैं। यह युवक अपनी बीवी और बच्चों के साथ मिलकर अपने सट्टे के काम को अंजाम दे रहा है। बीवी और बच्चे हर वक्त इस बात की निगरानी करते रहते हैं कि कहीं कोई पुलिस या पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी तो उनका यहाँ नही आ रहा है, जिससे कोई परेशानी हो। इसलिए ही हर वक़्त घर के दरवाजे पर बैठकर निगरानी की जाती है। अगर पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों ने समय रहते सट्टे की खाईबाड़ी करने वाले युवक पर सख्त कार्यवाही नही की तो एक दिन यह प्रशासन के गले की फांस बन सकता है। इस तरह खुलकर इस अवैध धंधे को करने से पुलिस की ईमानदार कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लग रहे हैं। अब प्रशासन को सट्टे पर सख्त कार्यवाही करके खाकी की ताकत को इन माफियाओं को यह दिखाना चाहिए कि माफियाओं के पैर कितने भी लंबे क्यों न सही पर कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। ज्यादा दिन तक कोई भी माफिया कानून की नजर से नही बच सकता है और एक दिन जेल की सलाखों के पीछे जाना ही होता है।