प्रिय रेप कांड में पीड़ित परिवार के ऊपर बनाया जा रहा बयान बदलने के लिए दबाव
जीरापुर:-
थाना प्रभारी ने एफआईआर की नकल तक देने से किया इनकार
आपको बतादे की, राजगढ़ के ग्राम मोहन में दलित परिवार की एक बेटी के साथ गांव के ही राजपूत जाती के दो लड़कों ने किया गैंग रेप।
वही पीड़ित परिवार में नाबालिक लड़की की माँ जब पुलिस थाने रिपोर्ट करने गई, तो महिला कांस्टेबल द्वारा मानसिक दबाव बनाकर बोला गया-कि तेरे बयान बदल नही तो तुझे भी जेल करवा देंगे,और एफआईआर में थाना प्रभारी ने क्या लिखा पीड़ित परिवार को रिपोर्ट की नकल तक नही दी।
दूसरी तरफ बलात्कार का शिकार हुई नाबालिक लड़की जो कि बिल्कुल घायल अवस्था मे थी,जिसे तुरन्त जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।उसकी मौत इलाज के दौरान जिला चिकित्सालय में रात तकरीबन 12 बजे हो जाती है,
तो सवाल अब ये खड़ा होता है-कि उस लड़की को अस्पताल के अन्दर जहर किसने लाकर दिया ।
आपको बता दे, की जब बलात्कार का शिकार हुई नाबालिक इतनी गंभीर हालत में थी कि उससे चलने की नही बन रही थी, तो क्या वह लड़की रात को अस्पताल से बाहर जाकर जहर लाकर खा सकती है।
आगेसे डॉक्टरों द्वारा लड़की के परिजनों को आश्वासन दिया गया है कि आपकी लड़की ने जहर खाकर आत्महत्या की है, जिसकी मेडिकल रिपोर्ट 21 दिन में आएगी।
वही पीड़ित परिवार आज भी कानून से अपनी नाबालिक लड़की को न्याय दिलाने के लिए आस लगाए बैठे है।।