रसूखदारों ने कब्जाई जमीन, शिकायत पर पुलिस ने धमकाया, प्रताडऩा से तंग, दे दूंगा जान

in #hanumangarh2 years ago
  • सांझे खाते की जमीन से फसल नष्ट कर कब्जा करने के मामले में पीडि़त ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से लगाई न्याय की गुहार
  • प्रेस वार्ता में पुलिसकर्मियों पर लगाए गंभीर आरोपIMG-20220903-WA0053.jpg
    हनुमानगढ़। रसूखदारों ने फसल नष्ट कर जमीन पर कब्जा कर लिया। जबकि राजस्व मंडल अजमेर ने 15 अप्रेल 2022 को उसकी भूमि के संबंध में मौका व रिकॉर्ड की यथास्थिति बनाए रखने का स्थगन आदेश जारी किया था जो अब भी प्रभावी है। इसके बावजूद उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया। जब इसकी शिकायत जंक्शन थाने में की तो उल्टे पुलिस ने मुझे ही डराया-धमकाया। इसके बाद जरिए इस्तगासा मामला दर्ज कराया। मगर उसमें भी अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। गुरप्रीत सिंह पुत्र सतपाल सिंह निवासी लुहारा, तहसील मलोट, जिला मुक्तसर, पंजाब ने शनिवार को यहां प्रेस कॉन्फे्रंस में पुलिस पर यह गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि इस संंबंध में मामला दर्ज होने के बावजूद अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। चक दो केएनजे में उसकी 0.235 हैक्टेयर भूमि है जो उसने भोला सिंह निवासी मक्कासर को ठेके पर दे रखी थी। इस पर मनमोहन गर्ग व नरेश गर्ग दोनों निवासी जंक्शन ने कराहा लगाकर फसल नष्ट कर दी। आपराधिक अतिचार करते हुए मौके पर ईंटें गिरवाई तथा जबरन निर्माण करवाकर कब्जा कर लिया। इस संबंध में 19 जून 2022 को जंक्शन थाने में परिवाद दिया। संज्ञेय अपराध कारित होने के बावजूद जंक्शन थाना प्रभारी ने एफआईआर दर्ज नहीं की। बाद में जरिए इस्तगासा मामला दर्ज कराया। गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उपरोक्त भूमि के संबंध में उसने न्यायालय सहायक कलक्टर हनुमानगढ़ द्वारा राजस्व वाद संख्या 233/2011 शीर्षक स्वर्णलता आदि बनाम जंगीर सिंह आदि में पारित डिग्री चार मई 2016 के विरुद्ध न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी हनुमानगढ़ के समक्ष नौ जून 2021 को अपील प्रस्तुत की। इसमें नौ जून 2021 को उपरोक्त भूमि के संबंध में मौका व रिकॉर्ड की यथास्थिति बनाए रखने के आदेश पारित करने की सूचना तहसीलदार व पटवारी हल्का को दी गई। अपील खारिज होने पर उसने राजस्व मंडल अजमेर के समक्ष अपील प्रस्तुत की। इसमें पांच अप्रेल 2022 को प्रार्थी की उक्त भूमि के संबंध में मौका व रिकॉर्ड की यथास्थिति बनाए रखने का स्थगन जारी हुआ जो आज भी प्रभावशील है। इसके बावजूद नरमा की फसल नष्ट कर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया।
    उठा लूंगा आत्महत्या का कदम
    परिवादी गुरप्रीत ङ्क्षसह ने कहा कि कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस के पास गया तो धमकी मिली। शांति भंग की आशंका में पाबंद करवा दिया गया। एएसआई जसकरण सिंह ने असल ठेकानामा मुझसे छीन लिया। इसके बाद धमका कर व भय दिखाकर कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। जमीन चली गई, अपमानित कर व डरा कर प्रताडि़त किया जा रहा है। यदि न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। इसके लिए जिम्मेदार एएसआई जसकरण सिंह, जमीन पर जबरन कब्जा करने वाले मनमोहन गर्ग, नरेश गर्ग व पुलिस-प्रशासन होगा।
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