पिता की जमीन बचाने के लिये पुत्री दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर
संडीला/हरदोई :- सरकार द्वारा कानून मे संशोधन कर पुत्रियों को पुत्रों की तरह पिता की सम्पत्ति मे हिस्सा निर्धारित किये जाने से लोगो मे खलबली की स्थिति बनी हुई है। ऐसे मे शातिर दिमाग के लोग पुत्रियों के हिस्से मे लगातार खलल डालते देखे जा सकते है। ऐसा ही एक मामला तहसील संडीला के गांव नरायनपुर सूडा मे प्रचलित है। इस गांव निवासी रघुवीर (80) पुत्र पूरन के सुनीता नाम की एक मात्र पुत्री है जोकि उनकी सम्पूर्ण चल अचल सम्पत्ति की इकलौती वारिस है। उसके परिवार के ही जगदेव, राजकिशोर आदि जो कि रिश्ते मे भाई भतीजे है उनकी सम्पत्ति पर गिद्ध द्रष्टि लगाये है। यह लोग रात दिन उनकी पुत्री का हक हकूक मार कर स्वयं मालिक बनने का प्रयास कर रहे है। इसकी शिकायत पीडित पुत्री ने जिलाधिकारी हरदोई समेत तमाम आलाधिकारियों से की है लेकिन प्रशासन द्वारा शिकायत पर कोई ध्यान न दिये जाने से एक महिला अपने हक के लिये दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। पीडित सुनीता ने बताया कि उसके पिता गम्भीर रूप से बीमार है। उनके भतीजे लगातार उनसे बैनामा कराने के लिये प्रयास रत है। ऐसे मे जिला प्रशासन को तत्काल महिला हित मे कदम उठाकर न्याय दिलाया जाये।