फर्रुखाबाद विधायक के मोहल्ले में बिजली की ‘मेजर समस्या’

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दीपक तले अँधेरा…सबसे सुना होगा, अगर इसका सही अर्थ जानना है तो फर्रुखाबाद विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी के मोहल्ला सेनापति में देख लो। मोहल्ले के लोग जेठ माह की भीषण गर्मी में त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं। माना कि बिजली की समस्या पूरे प्रदेश में है, लेकिन शहर का वीआईपी मोहल्ला सेनापति कुछ ज्यादा ही इस समस्या से जूझ रहा है। विधायक मेजर के मोहल्ले में बिजली की समस्या भी मेजर बनी हुई है। जेठ माह की सड़ी गर्मी में एक ओर जहां पूरे शहर की जनता तो कराह ही रही है, वहीं दूसरी ओर सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी के निवास वाले मोहल्ला सेनापति के हालात भी कुछ अच्छे नहीं हैं। भीषण गर्मी के कारण दम तोड़ते ट्रांसफार्मरों का कहीं पूरा दम न निकल जाये, इसलिए उन्हें ठंडा करने के लिए विद्युत विभाग द्वारा समय समय पर ट्रिप लेकर लोगों के दिन का चैन और रातों की नींद हराम कर रहा है। आलम यह है कि इनवर्टर चार्ज होना भी मुश्किल हो जाता है, कभी लो वोल्टेज, तो कभी हाई वोल्टेज और कभी बिजली गुल।
नगर के ट्रांसफार्मरों पर जबरदस्त लोड है, जबकि ट्रांसफार्मर पुराने जमाने के सर्वे में आंके गए लोड के हिसाब से ही लगे हैं। अब एसी की पहुंच मध्यम वर्गीय परिवारों में भी हो गयी है, जबकि जिन्हें गरीब कहना चाहिए उनके घरों में भी अब कूलर होना आम हो चला है। सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी जिनके ऊपर पूरी विधानसभा की जिम्मेदारी है वह अपने मोहल्ले की ही बिजली समस्या से लोगों को निजात नहीं दिला पा रहे हैं। मोहल्ले में एसी की भरमार होने के कारण आए दिन बंच कंडक्टर में आग लग जाती है।
बिजली विभाग की लापरवाही का आलम देखना है तो आपको सेनापति मोहल्ले में जरूर जाना चाहिए। बिजली के झूलते तार कभी भी दिवाली का नजारा दिखाने लगते हैं। विधायक का मोहल्ला होने के बावजूद यहां लोड के अनुसार ट्रांसफार्मर नहीं रखा गया, उसका एक कारण यह भी है लोगों ने एसी तो लगवा ली, लेकिन अपना लोड नहीं बढ़वाया है। अब विभाग के सामने दिक्कत यह है कि कागजों में जितना लोड है उसी के हिसाब से ट्रांसफार्मर रखा जा सकता है, जबकि हकीकत इससे परे है, लोड बहुत ज्यादा है जबकि विभाग की वसूली बहुत कम है। सेनापति सबसे ज्यादा लाइन लॉस करने वाले मोहल्लों में से एक है, लेकिन विधायक का मोहल्ला होने के कारण विद्युत विभाग के अधिकारी यहां चेकिंग करने का जोखिम नहीं उठाते। बहरहाल जो भी हो कुछ लोगों के कारण पूरा मोहल्ला बिजली की समस्या के कारण भीषण गर्मी में तिल तिल के मरने को मजबूर है। विधायक जी को चाहिए कि पूरी विधानसभा सुधारने की पहल अपने मोहल्ले से ही करें। जब उनका मोहल्ला आम जनसमस्याओं से मुक्त होगा तभी दूसरे क्षेत्रों में खुशहाली की शुरुआत करना सही निर्णय होगा। एक कहावत है चिराग तले अंधेरा लेकिन यहां मामला उल्टा चिराग के चारो तरफ तो अंधेरा है ही लेकिन चिराग तले तो बिलकुल ही अंधाकुप्प है।