आदतन अपराधी ने जमीन और घर पर जबरन किया कब्जा
आदतन अपराधी ने जमीन और घर पर जबरन किया कब्जा
शिकायत के बाद फरियादी और पुलिस को कर रहा बदनाम
अनूपपुर। जिस व्यक्ति की प्रवृत्ति ही अपराध करना हो वह व्यक्ति कभी भी सही रास्ते पर नहीं चल सकता आपराधिक मानसिकता वाला व्यक्ति कभी भी अपने स्वार्थ अपने लाभ के लिए किसी के भी साथ कुछ भी कर सकता है ऐसा ही मामला भालूमाडा थाना अंतर्गत सामने आया है जहां जिले का सबसे बड़ा और आदतन अपराधी जिस पर अनेक संगीन प्रकरण दर्ज हैं और अपनी आपराधिक प्रवृत्ति को ढाल बनाकर अब नए अपराध करने में संलिप्त है। भालूमाडॉ ठिहाई टोला निवासी विजय यादव पिता दयाराम यादव जिसका नाम पुलिस के अपराध रिकॉर्ड में लंबी सूची है और विजय यादव अपने आप को अपराध से मुक्त होकर आम आदमी बनने का ढोंग कर रहा है जिसके द्वारा नया मामला भालूमाडा थाने में पंजीबद्ध किया है जिसमें शिकायतकर्ता भालूमाडॉ निवासी विनोद गुप्ता पिता रमापति गुप्ता ने शिकायत कि है कि फरियादी विनोद गुप्ता द्वारा वर्ष 2015 में आरोपी विजय यादव से 80000 में एक कच्चा घर खरीदा था और उसमें वह काबीज भी हो गया था उसके बाद वर्ष 2016 में उसी घर के पास की जमीन को 170000 में पुनः विजय यादव से खरीदा और दोनों ही खरीदी में क्रेता विक्रेता के द्वारा शपथ पत्र तैयार किया गया और दोनों ने अपनी आपसी सहमति शपथ पत्र के माध्यम से जताई थी जिसके बाद खरीददार विनोद गुप्ता उस घर में अपना कब्जा करते हुए बाकी की जमीन में स्वयं का निर्माण कराया जिसमें उसने लगभग 400000 से अधिक खर्च भी किया उसी जमीन पर विनोद गुप्ता के द्वारा दो दुकान का निर्माण भी कराया गया जिसमें एक दुकान में वह अपना सामान रखा था और दूसरे दुकान को किराए पर दे रखा था। यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि उक्त जमीन आराजी खसरा नंबर 1277/1 क रकवा 0.081 हेक्टेयर जो राजस्व रिकॉर्ड में स्वर्गीय दयाराम यादव के नाम से दर्ज है जिसे जमुना कोतमा कोल इंडिया के द्वारा उक्त जमीन का अधिग्रहण किया जाकर दयाराम यादव एवं उसके परिवार के लोगों को जमीन के बदले मुआवजा दिया जा चुका है। जिस समय आरोपी विजय यादव ने उक्त जमीन और घर बेचा था उस समय वह स्थान बिल्कुल सुनसान था लेकिन वर्तमान समय पर अब वहां पर पसान स्वास्थ्य केंद्र बालिका छात्रावास सहित घनी आबादी हो चुकी है और उस स्थान का महत्व भी काफी बढ़ गया है और शायद इसी लालच और लोभ में आकर विजय यादव ने अपने घर की महिलाओं के साथ के साथ 1 मई 2022 को घर के कच्चा मकान का ताला तोड़कर जबरन उसमें कब्जा कर लिए इस बात की जानकारी जब विनोद गुप्ता को हुई तो उसने जाकर मना किया तब विजय यादव एवं उसके घर की महिलाओं के द्वारा उसके साथ गाली गलौज करते हुए उसे जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया और साथ ही साथ जो नया दुकान बना हुआ था उस दुकान का भी ताला तोड़कर उसमें कब्जा कर लिया और जो दुकान विजय गुप्ता के द्वारा किराए पर दिया गया था वह किराएदार को भी विजय यादव ने धमकी देते हुए खाली करा लिया इस तरह आरोपी विजय यादव ने जिस घर और जमीन को बेचा था 7 साल बाद उसे घर और जमीन में अपने आपराधिक प्रवृत्ति को दोहराते हुए उस पर अपना कब्जा कर लिया फरियादी की शिकायत पर जब भालूमाडा पुलिस के द्वारा आरोपी विजय यादव से पूछताछ के लिए उसके घर गई और उसे थाने आने के लिए कहा गया जिसके बाद शातिर अपराधी विजय यादव ने पुलिस पर ही परेशान करने का मनगढ़ंत आरोप लगाना प्रारंभ कर दिया यहां तक कि विजय यादव ने अपनी मनगढ़ंत कहानी सुनाकर कई लोगों को गुमराह किया कई लोगों के सामने जाकर रो-रो कर बताया लेकिन हकीकत किसी से नहीं बताया कि विजय यादव ने उस गरीब विनोद गुप्ता से ढाई लाख रुपए में जमीन बेचा और जब विनोद गुप्ता ने उस जमीन पर अपना घर और दुकान बनाया तो उसी जमीन और घर में विजय यादव ने पुन कब्जा कर लिया हालांकि इस मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि ऐसे अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की मानसिकता उनकी सोच उनकी कार्यशैली से समाज ही नहीं शासन प्रशासन को भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।