एम्स में अब हृदय व पेट के रोगियों को भी मिलेगा इलाज
रायबरेली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में गैस्ट्रो और हार्ट के गंभीर मरीजों को इलाज का तोहफा मिल गया है। अब तक कार्डियो और गैस्ट्रो के गंभीर मरीजों को इलाज के लिए लखनऊ या अन्य बड़े शहरों के चक्कर लगाने पड़ते थे। एमआरआई व अन्य जांचों के लिए एम्स ऋषिकेश के रेडियोलॉजिस्ट पर निर्भरता भी अब खत्म हो गई है। पांच महीने से तैयार कैथलैब अब मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा देगी। ऐसे में रेडियोलॉजिस्ट आने के बाद एमआरआई व अन्य महत्वपूर्ण जांचें रोज हो सकेंगी।