अस्पतालों का पंजीकरण नहीं कर रहे इलाज

in #wortheum2 years ago

उन्नाव। स्वास्थ्य अधिकारियों की हीलाहवाली निजी अस्पतालों के संचालन को
बढ़ावा दिए है। स्थिति यह है कि निजी अस्पताल बिना पंजीकरण व नवीनीकरण के
संचालित हैं। अधिकारियों की जानकारी के बाद भी उनका रुख ऐसे अस्पतालों के
खिलाफ कार्रवाई का नहीं दिख रहा है। जांच करने जा रहे एसीएमओ व सीएमओ के
बयानों में ही विरोधाभाष है।
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शहर के कब्बाखेड़ा में संचालित ग्लोबल हॉस्पिटल नया अस्पताल है। इसके
पंजीकरण के लिए संचालक ने सीएमओ कार्यालय में आवेदन किया है। लेकिन अभी
तक पंजीकरण हुआ नहीं है। लेकिन वहां मरीज को भर्ती कर इलाज किया जा रहा
है। अस्पताल में न ही रेट लिस्ट मिली और न डॉक्टरों की सूची ही नजर आई।
मेडिकल स्टोर संचालित मिला। फार्मासिस्ट अरविंद कुमार के मुताबिक उसका
पंजीकरण है। संचालक डॉ. अभिनव अवस्थी ने बताया कि नया पंजीकरण है। आवेदन
कर दिया गया है। नए आवेदन में कुछ समय लगता है।
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पुरवा कस्बे में संचालित लाइफ लाइन अस्पताल संचालित है। अस्तपाल का
नवीनीकरण नहीं है। दोपहर करीब दो अस्पताल की हकीकत जांचने पहुंची टीम ने
देखरेख कर रहे सैय्यद आमिर से बात की तो पता चला कि नवीनीकरण के लिए
आवेदन किया जा चुका है। आवेदन करने का कोई प्रमाण वह नहीं दिखा पाए।
अस्पताल में न ही सही ओटी मिली और न डॉक्टरों की सूची। किसी इलाज में
कितना खर्च आएगा इसकी सूची भी नहीं थी। फिलहला उस समय कोई मरीज नहीं था।
संचालक सैय्यद आमिर ने बताया कि जिन मरीजों का इलाज चल रहा था उनकी
मंगलवार को छुट्टी कर दी गई।
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सीएमओ व एसीएमओ के बयानों में है विरोधाभास
निरीक्षण करने जा रहे एसीएमओ का कहना है कि नियमानुसार पंजीकरण या
नवीनीकरण नहीं तो एक भी दिन अस्पताल संचालित नहीं हो सकता। जबकि सीएमओ
डॉ. सत्यप्रकाश का बयान इससे अलग है। उनका कहना है कि जिनका नवीनीकरण के
लिए आवेदन है उन पर कार्रवाई कैसे करूं।