बस यात्री से निर्धारित किराया से अधिक किराया लेना पड़ा महंगा

in #expensive2 years ago

Bus.jpg

  • बस संचालक को 10 हजार का जुर्माना

मंडला. मंडला से जबलपुर के यात्रियों को बस सेवा का उपयोग के लिए मनमाना किराया देना पड़ रहा है। जबकि परिवहन विभाग की तरफ से किराया तय है, फिर भी बस आपरेटर अपनी मर्जी से अधिक किराया ले रहे हैं। बस में किराया सूची चस्पा नहीं होने के कारण वास्तविक दर की जानकारी ही नहीं लग पाती है। नियम अनुसार यात्री बस में किराया सूची साफ-साफ अक्षर में चस्पा होनी चाहिए। सूची बस के अंदर ऐसे स्थान पर लगी हो जहां से हर यात्री उसका अवलोकन कर सके। लेकिन मंडला से जबलपुर मार्ग के बसों में किराया सूची नहीं लगी हुई है। जिसके कारण बस आपरेटर अपनी मर्जी से अधिक किराया वसूलते हैं।

Rasid.jpg

  • शिकायत के बाद हुई कार्रवाई :
    मंडला के जागरूक नागरिक बाल सिंह ठाकुर अध्यक्ष अखिल भारतीय लोधी लोधा अधिकारी कर्मचारी संघ ने महाकोशल ट्रांसपोर्ट द्वारा मंडला से जबलपुर के यात्रियों से अधिक किराया लेने को लेकर कलेक्टर और जिला परिवहन अधिकारी से लिखित शिकायत की थी जिसके बाद शिकायतकर्ता के आवेदन पर विमलेश गुप्ता जिला परिवहन अधिकारी ने जांच की और जांच में आवेदक द्वारा प्रस्तुत शिकायत सही पाई गई। जिला परिवहन अधिकारी मंडला के द्वारा महाकोशल ट्रांसपोर्ट से 10 हजार 500 सौ रुपये का जुर्माना वसूल किया गया है साथ ही वाहन चालक एवं परिचालक को हिदायत दी गई कि शासन द्वारा निर्धारित किराया से अधिक किराया न ले।

  • विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे यात्री:
    आरटीओ विभाग की लापरवाही के चलते आज भी यात्री बसों में मनमाना किराया वसूल किया जा रहा है, जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों से या अन्य जिले से आकर यात्रा करने वाले यात्रियों से अधिक किराया वसूलने जाने पर शिकायत नहीं होने पर कार्रवाई नहीं हो पाती। यह पहला मौका था जब किसी यात्री ने बस संचालक के द्वारा मनमाना किराया वसूले जाने पर कलेक्टर और जिला परिवहन अधिकारी से शिकायत की गई जिस पर कार्रवाई होने के बावजूद अभी भी कुछ यात्री बसों में मनमाना किराया लिया जा रहा है। इस ओर स्थानीय प्रशासन के अलावा जिला परिवहन अधिकारी को विशेष तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि छोटे और गरीब तबके के लोगों को निजी बसों में यात्रा करने के लिए अधिक कीमत न चुकाना पड़े।

  • ग्रामीण नहीं करते शिकायत :
    यह अकेले मामला नहीं और भी है कई इस तरह की शिकायत पर ग्रामीण विवाद में पढऩे के बजाय शिकायत नहीं करते। कुछ बस संचालकों के द्वारा एवं परिचालकों के द्वारा निर्धारित किराया से अधिक वसूली की जारी है। मजे की बात तो यह है कि बसों में यात्री किराए की सूची नहीं लगा पाने के कारण भोले-भाले ग्रामीण मनचाहे किराया देने मजबूर हो रहे हैं। आवश्यकता इस बात की है कि निजी बस संचालकों को बस संचालन के साथ-साथ बसों पर यात्री किराए की सूची अनिवार्य रूप से लगाने के लिए विभाग निर्देशित करें और यदि बस संचालक यात्री किराए की सूची नहीं लगाते हैं तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करें ताकि भोले-भाले ग्रामीणों को शोषण से बचाया जा सके।

  • अधिक किराया लेने पर करे शिकायत :
    विमलेश गुप्ता जिला परिवहन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया की विभाग द्वारा बसों में किराया सूची चस्पा की है अगर कोई भी बस आपरेटर अपनी मर्जी से अधिक किराया ले रहे हैं तो आप इसकी शिकायत करे साथ ही यह भी जानकारी दी की रात्रि सेवा के लिए सामान्य प्रक्रम वाहनों से किराया से 10 प्रतिशत अधिक ले सकते है, डीलक्स बस के लिए सामान्य प्रक्रम वाहनों से किराया से 25 प्रतिशत अधिक ले सकते है, स्लीपर बस के लिए सामान्य प्रक्रम वाहनों से किराया से 40 प्रतिशत अधिक ले सकते है।

Kiraya Shuchi.jpg

  • RTO मण्डला द्वारा निर्धारित किराया सूची

  • इनका कहना है

मंडला से जबलपुर के यात्रियों से महाकोशल ट्रांसपोर्ट ने निर्धारित किराया से अधिक किराया लिया था, जिसकी शिकायत प्राप्त होने पर महाकोशल ट्रांसपोर्ट से 10 हजार 500 सौ रुपये का जुर्माना वसूल किया गया है। इसके साथ ही वाहन चालक एवं परिचालक को हिदायत दी गई है कि शासन द्वारा निर्धारित किराया से अधिक किराया न ले।
विमलेश गुप्ता, जिला परिवहन अधिकारी, मंडला