हाई टेक हुआ सट्टा बाजार, उदयपुर बना बड़ा बाजार

in #hi2 years ago

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  • चारों तरफ चर्चा उदयपुर, बीजाडांडी क्षेत्र की

मंडला. हाईटेक जमाने में सट्टे के तौर तरीकों में भी नई तकनीक का ईजाद हो गया है। कागज और पेन की जगह अब सट्टा लगाने के लिए मोबाइल का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। अभी तक तो सट्टा खेलने वाले लोग दोपहर से देर शाम तक पर्चियों पर नंबर लिखकर मय रुपयों के सट्टा खिलाने वाले एजेंटों के माध्यम से सट्टे वालों के पास पहुंचाते थे, लेकिन अब ये तरीका पुराना हो गया है। पुलिस की सख्ती के चलते सट्टेबाजों ने अब बाजारों में पर्चियां लेकर घूमते हुए नहीं बल्कि घरों मे ही बैठकर मोबाइल से नंबर लिखने का काम शुरू कर दिया है। हाईटेक्नीक के चलते बिना सबूत इस धंधे को बंद करना अब पुलिस के लिये चुनौती बना हुआ है।

जानकारी अनुसार सटोरियों ने भी अब पुराने तौर तरीकों को छोड़ नया और आधुनिक तरीका अपना लिया है। हाईटेक हुए सटोरिए अब जिले भर में रोजाना लाखों रुपए का दांव लगा रहे हैं। नेशनल हाईवे मंडला से जबलपुर के बीच में बसा बीजाडांडी, उदयपुर क्षेत्र समेत जिले के अन्य ग्रामों और जिला मुख्यालय में भी प्रतिदिन लाखों रूपए का सट्टा लगाया जा रहा है। इसके लिए अब सटोरिए कागज पेन नहीं बल्कि मोबाईल का सहारा ले रहे है। सटोरिए अंकों को लिखने के लिए पेन कागज के वजाए वॉट्सएप, अन्य सोशल साईट या मैसेज का इस्तेमाल कर रहे है। आधुनिक तरीके को आधार बनाकर सटोरिएं सट्टा बाजार को चला रहे है, जिससे इनका सट्टा बाजार का व्यापार फल फूल रहा है। सट्टा का भुगतान करने के लिए भी डिजीटल माध्यम से पेमेंट किया जा रहा है। आधुनिक तरीके अपनानक सटोरिए पुलिस को चकमा देने में कामयब है। वहीं स्थानीय पुलिस को जानकारी होने के बाद भी इन पर कार्रवाई नहीं कर रही है।

  • ऐसा लिखा जाता है मोबाईल में नंबर :
    अब सटोरिया, एजेंट सट्टा लिखने के लिए कागज, पेन का सहारा नहीं लेते है, अब सटोरिए भी हाईटेक हो गए है। ये अब घर बैठे ही मोबाईल पर सट्टा लगाने वालों की ओपन, क्लोज लिख रहे है। सट्टा का नंबर लिखने के लिए सटोरिए कोड वर्ड का इस्तेमाल करते है। जैसे ओपन 1- 200, 7-100, 4-400, यह ओपन के नम्बर है जिसमें प्रथम 1, 7 या 4 में 200,100, 400 की रकम लगी है। ऐसे ही क्लोज लिखी जाती है और जोड़ी भी ऐसे ही लिखा जाता है।

  • गरीब फंसता जा रहा जाल में :
    बताया गया कि ओपन में आने पर एक रुपए के 9 रुपया भुगतान किया जाता है, क्लोज पर 12 रुपए पर करीब 1000 रूपए की रकम का भुगतान होता है। उदयपुर, बीजाडांडी , कालपी व आसपास के ग्रामो में सट्टे के तीन खेल टाइम बाजार, कल्याण, राजधानी ओपन, क्लोज जोरो पर चल रहा है। बता दे कि सट्टे के इस खेल में सबसे अधिक गरीब तबके के मजदूर, हम्माल, आटो चालक जैसे लोग फंसे हुए है। कुछ लोग तो नम्बरो की रनिंग खेलते है। जिससे वे ओर अधिक लूट रहे है। सट्टे के इस खेल में किसी का बस नही जो इसे बंद करा सके। इस सट्टे के खेल में परिवारिक कलह भी हो रहा है। उदयपुर, बीजाडांडी में ऐसे सटोरिये है जो ओपन, क्लोज, जोड़ी की रकम स्वयं खाते है। क्योंकि खिलाने वाले के पास 99 अंक है, लेकिन खेलने वाले के पास केवल उसी के दो चार अंक होते है, पैसे बनाने के चक्कर में गरीब इस खेल में फंसता जा रहा है।