आज 22 दिसंबर को होगा सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात

in #today-will2 years ago

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  • सूर्य सायन मकर राशि में करेगा प्रवेश
  • अब उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े और रात छोटी होने लगेगी

मंडला. ठंड अपने शबाव पर है और दिन छोटे हो रहे और रातें बढ़ी हो रही है। ऐसे मौसम में शाम 5 बजे के बाद ही अंधेरा होना शुरू हो जाता है और शाम 6 बजते-बजते रात हो जाती है, और रात बढ़ी होती है, लेकिन ठंड के मौसम के कारण व्यक्ति को पता नहीं चलता है, दिन रात के छोटे बड़े होने का क्रम 22 दिसंबर से बदल जाएगा। 22 दिसंबर को सबसे छोटा दिन होगा और रात बढ़ी होगी। वहीं 22 दिसंबर के बाद से ही प्रतिदिन का समय बढ़ता जाएगा और रातें छोटी होती जाएगी। 25 दिसंबर से दिन बढ़ा होने लगेगा और रातें छोटी होते जाएंगी।

वरदान आश्रम यज्ञाचार्य नीलू महाराज ने बताया कि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण 22 दिसम्बर को सूर्य मकर रेखा पर लम्बवत होगा। जिससे उत्तरी गोलाद्र्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी। 22 दिसम्बर को जबलपुर जोन में सूर्योदय 6 बजकर 43 मिनट तथा सूर्यास्त 5 बजकर 17 मिनट पर होगा। 22 दिसम्बर को दिन की अवधि 10 घंटे 34 मिनट व रात की अवधि 13 घंटे 26 मिनट की होगी।

22 दिसम्बर को सूर्य सायन मकर राशि में प्रवेश करेगा तथा सूर्य की गति उत्तर की ओर दृष्टिगोचर होना प्रारम्भ होगी जिसे उत्तरायन का प्रारम्भ करते है। 22 दिसम्बर को सूर्य की क्रांति 23 डिग्री 26 मिनट 17 सेकण्ड दक्षिण होगी। सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेगें और रात छोटी होने लगेगी।

बताया गया कि शासकीय जीवाजी वैधशाला उज्जैन में इस घटना को वेधशाला में शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस पूरे दिवस शंकु की छाया सबसे लम्बी होकर मकर रेखा पर गमन करती हुई दृष्टिगोचर होगी। इस घटना को धूप होने पर ही हम देख सकेंगे।

  • इसी दिन है शीतकालीन संक्रांति :
    22 दिसंबर को शीतकालीन संक्रांति भी कहा जाता है। विज्ञान की भाषा में इसे दक्षिणायन भी कहा जाता है। रात इसमें करीब 16 घंटे की होती है जबकि दिन करीब 8 घंटे ही रहता है। इस दौरान उत्तरी धु्रव पर रात हो जाती है जबकि दक्षिणी धु्रव पर सूर्य चमकता रहता है।