कृषि भूमि के सीमांकन के लिए 12 हजार की मांगी रिश्वत

in #mandla2 years ago

रंगे हाथ पकड़ा गया आरआई, पटवारी फरार
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मंडला . शुक्रवार को एक बार फिर राजस्व विभाग की छवि दागदार हुई। इस बार लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते आरआई अतुल कसार को ट्रेप किया। वहीं रिश्वत की मांग करने वाला पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर मौके पर नहीं मिला। लोकायुक्त ने अतुल कसार एवं अंकुत नंदन के विरूद्ध मामला दर्ज किया। ये वहीं पटवारी हैं जिनके विरूद्ध नारा निवासी संजय ज्योतषी ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी और आरोप लगाया था कि नामांत्रण के एवज में पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर रिश्वत की मांग कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कलेक्टर को भी शिकायत की थी, लेकिन पर कोई सुनवाई संबंधित अधिकारियों द्वारा नहीं की गई। जिससे पीडि़त होकर पीडि़त पक्ष लोकायुक्त की शरण में गए और इनके विरूद्ध कार्यवाही कराने मजबूर हो रहे हैं। तहसील में बैठे मुख्य अधिकारी अपने अधिनस्थ कर्मचारियों से अपेक्षा कर रहे हैं इसलिए पटवारी, आरआई राजस्व के कोई भी काम बगैर रिश्वत लिए नहीं कर रहे हैं।
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जानकारी अनुसार शुक्रवार को महाराजपुर सर्किल के आरआई को रंगे हाथ रिश्वत लेते जबलपुर से आई लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा है। कृषि भूमि का सीमांकन करने महाराजपुर पटवारी ने 12 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसमें आवेदक को बताया था कि 7 हजार पटवारी एवं 5 हजार आरआई को चढ़ोतरी लगेगी तभी ये सीमांकन का काम हो पायेगा। बताया गया कि महाराजपुर हल्का नं. 34 में पदस्थ पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर बगैर रिश्वत लिए किसी के काम नहीं करता। ये जानकारी देने के बाद भी जिला प्रशासन ने भ्रष्टाचारी पटवारी का हौसला बढ़ाया। जबकि उक्त पटवारी अंडर ट्रांसफर है।
लोकायुक्त की टीम ने बताया कि आवेदक अनिल पिता स्व. राजेंद्र कुमार जैन उम्र 55 साल निवासी दादा धनीराम वार्ड महाराजपुर निवासी हैं जिन्होंने ये शिकायत की थी कि पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर कृषि भूमि का सीमांकन करने 12 हजार की रिश्वत मांग रहे हैं। उक्त शिकायत के आधार पर इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। टीम ने बताया कि आरोपी अतुल कुमार कसार पिता रघुवीर प्रसाद कसार उम्र 45 साल राजस्व निरीक्षक महाराजपुर सर्किल तहसील व जिला मण्डला और दूसरा आरोपी अकुंत नंदन सिंगौर पटवारी हल्का महाराजपुर तहसील मण्डला द्वारा कृषि भूमि के सीमांकन करने के एवज में 12 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है। जिसमें 5 हजार पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर एवं 5 हजार राजस्व निरीक्षक अतुल कसार और 2 हजार कम्प्यूटर ऑपरेटर के लिए मांगे गये थे। आवेदक से कहा कि जब तक ये राशि नहीं दोगे तब तक काम होना मुश्किल है।
तहसील कार्यालय में हुई कार्यवाही :
लोकायुक्त की टीम ने आरआई अतुल कसार को रंगे हाथ ट्रैप तहसील कार्यालय में स्थित उनके चेंबर में किया। उन्होंने कार्यवाही के दौरान बताया कि राजस्व निरीक्षक अतुल कुमार कसार को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया, वहीं मुख्य आरोपी पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर मौके पर नहीं मिला। इस कार्यवाही में उप पुलिस अधीक्षक जेपी वर्मा के नेतृत्व में लोकायुक्त निरीक्षक घनश्याम सिंह मर्सकोले, निरीक्षक कमल सिंह उईके एवं लोकायुक्त टीम जबलपुर शामिल हैं।
जिले का सबसे भ्रष्ट है राजस्व डिर्पाटमेंट :
विगत पांच साल के रिकार्ड लोकायुक्त विभाग से निकाले जायेंगे तो सबसे अधिक प्रकरण राजस्व विभाग के हैं। ये बात और कोई नहीं बल्कि लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा खुद सार्वजनिक रूप से बयान दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा प्रकरण राजस्व विभाग के ही दर्ज हुए हैं। एक के बाद एक मण्डला जिले में राजस्व विभाग के अंतर्गत विभिन्न हल्कों में पदस्थ पटवारी रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े जा रहे हैं और जिला प्रशासन ऐसे भ्रष्ट पटवारी, आरआई, जुगाड़ से बने तहसीलदारों को तहसीलों का पदभार देकर उन्हें उपकृत कर रहे हैं। जबकि यह सिद्ध हो चुका है कि जिले का सबसे भ्रष्ट यदि कोई है तो वह राजस्व डिपार्टमेंट है।
आय सम्पत्ति की हो जॉच :
जब लोकायुक्त की टीम तहसील कार्यालय पहुंची और रंगे हाथ रिश्वत लेते आरआई अतुल कसार को पकड़ा और ये खबर आग की तरह फैल गई जहां तहसील कार्यालय में तांता लग गया। लोकायुक्त की जब कार्यवाही चल रही थी तो स्टाफ के लोगों ने बताया कि मुख्य आरोपी महाराजपुर पटवारी अंकुत नंदन सिंगौर है जो मौके पर नहीं मिल पाया, वहीं अपने हिस्से की रिश्वत लेते आरआई अतुल कसार पकड़ा गया। वहां मौजूद नागरिकों ने कहा कि सबसे भ्रष्ट राजस्व विभाग हो गया है। सबसे ज्यादा रिश्वतखोरी के प्रकरण इसी विभाग के बने हुए हैं। आमजनों ने चर्चा के दौरान ये भी कहा कि जितने भी पटवारी, आरआई रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गये हैं इनकी संपत्तियों की जॉच होनी चाहिए। यदि अघोषित संपत्ति जॉच के दौरान सामने आती है तो राजसात होनी चाहिए, ताकि रिश्वत लेने के बारे में राजस्व अमला विचार करने मजबूर हो जाये।

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सही है ,अब लोकायुक्त ही एक सहारा,

सराहनीय कार्य

Good

Jain Sahab bahut Achcha Kiya aapane