जिले में 08 ब्लैक स्पॉट, जागरूकता से 03 हुए कम

in #eight-black2 years ago

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  • एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट में सुरक्षात्मक उपाए
  • फिर भी हो रहे सड़क हादसे

मंडला. सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु एवं क्षति को कम करने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। हादसों से बचने यातायात पुलिस और संबंधित थानों के साथ मिलकर ब्लेक स्पॉट स्थलों का निरीक्षण कर उन स्थानों पर सुरक्षात्मक उपाए कर रहे है। जिससे यहां होने वाले हादसों में रोक लगाई जा सके। इसके लिये घटना स्थलों में पहुंचकर हादसे ना हो इसके लिये उपाए भी किए गए। वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटना में 1322 व्यक्ति हादसे का शिकार हुए। जिसमें 1125 लोग सामान्य और गंभीर घायल हुए। इनमें 197 लोगों की मृत्यु हुई। वर्ष 2020 में सड़क हादसों का ग्राफ बढ़ गया। जिसमें 829 दुर्घटनाओं में 1453 लोग हादसे का शिकार हुए। इन हादसें में 1236 लोग घायल हुए और 217 काल के गाल में समा गए। वहीं वर्ष 2021 में 846 दुर्घटनाएं हुई। जिसमें 1533 लोग हादसे का शिकार हुए। जिसमें 1236 लोग घायल हुए और 297 लोग की मृत्यु हुई। इस वर्ष 2022 में नंबवर माह तक 780 दुर्घटनाओं में 1325 लोग हादसे का शिकार हो चुके है। जिसमें 1085 लोग घायल हुए और 240 लोगों की मृत्यु हुई। यह आंकड़े नंबवर तक के है। जिसमें हादसे और मृत्यु का आंकड़ा दिसंबर माह की रिपोर्ट आने पर घट बढ़ सकता है। फिलहाल हादसों का ग्राफ करने में यातायात और मंडला पुलिस पूरा प्रयास कर रही है। जिससे हादसे ना हो।

जिले भर में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से एक्सिडेंटल ब्लैक स्पॉट की संख्या विगत वर्ष 11 थी, जहां जागरूकता के बाद घटकर 9 हो गई थी। इस वर्ष 2022 में भी ब्लैक स्पॉट की संख्या विगत वर्ष की अपेक्षा कम हुई है। अब जिले में 08 ब्लैक स्पॉट चिन्हित है। जागरूकता और प्रयास के चलते आने वाले समय में जल्द ही अन्य ब्लैक स्पाट और कम हो जाएंगे। लेकिन दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में होने वाले हादसों में ब्रेक नहीं लग पा रहा है। इन क्षेत्रों में सड़क हादसे आए दिन हो रहे है। जिससे लोग असमय काल के गाल में समा रहे है।

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बता दे कि जिले के दो संवेदनशील क्षेत्र एक बिछिया विकासखंड के अंतर्गत अंजनिया चौकी का चुही घाट और विकासखंड मवई है। मवई क्षेत्र में तीन वर्ष में 11 सड़क हादसों में 07 लोगों की मौतें हुई है। वहीं घायलों में रैफर के बाद हुई मौत की जानकारी नहीं है। इसी तरह यातायात पुलिस से मिली जानकारी अनुसार अंजनिया चौकी के अंतर्गत चुही घाट में विगत तीन वर्ष में 19 सड़क हादसे हुए है। जिसमें 13 लोगों ने अपनी जान गवाई है।

जानकारी अनुसार जिले के नेशनल हाईवे 30 समेत अन्य मुख्य मार्ग जहां सड़क हादसे आये दिन होते है। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर यहां होने वाले हादसों को रोकने के लिये सुधारात्मक उपाय करने के आदेश पुलिस अधीक्षक ने दिये है। जिसके अंतर्गत यातायात पुलिस और संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस के साथ इन स्थलों पर सर्वे कर दुर्घटनाओं के कारण एवं उन स्थानों पर किए जाने वाले सुधारात्मक उपाय कर रही है। बता दे कि विगत तीन वर्षो में नेशनल हाइवे 30 मार्ग में पडऩे वाले बिनैका तिराह बायपास में 17 दुर्घटनाएं हो चुकी है। इन हादसों में 08 लोगों ने अपनी जान गवाई है। अन्य लोग घायल हुए है। यहां हो रहे हादसों के बाद ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन कर यहां बेरीकेट के साथ सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की थी। जिसके बाद यातायात पुलिस द्वारा घटना स्थल क्षेत्र में हादसों को रोकने के सुरक्षात्मक उपाए किए।

यातायात सूबेदार योगेश राजपूत ने बताया कि आगामी समय में पुलिस का लक्ष्य है कि ब्लैक स्पॉट से सड़क हादसों में कमी आ जाएगी। जिसके लिये ट्रैफिक पुलिस के द्वारा दुर्घटना वाले क्षेत्रों में और क्या-क्या सुधारात्मक कार्य किए जा सकते हैं, इसकी समीक्षा कर, इस संबंध में संबंधित एजेंसियों एवं विभाग को सूचित कर रहे है। जिससे सड़क हादसों को रोका जा सके और सड़क हादसों में होने वाली मौते और घायलों का ग्राफ कम हो जाए। जिससे लोग असमय काल के गाल में ना समाए।

  • 08 ब्लैक स्पॉट थे चिन्हित :
    पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत ने बताया गया कि जिले में सड़क हादसे आये दिन होते है। जिसमें लोग असमय काल के गाल में समा जाते है। इन्ही हादसों पर विराम लगाने जिले में विगत वर्ष 11 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गए थे। जिन पर किए गए सुधारात्मक कार्यों से दुर्घटनाओं में कमी तो आई है। इन स्थानों पर साइन बोर्ड, गति अवरोधक, चेतावनी चिन्ह, रेडियम, रिफ्लेक्टर पोल के साथ सड़क सुधार कार्य किये गए। इसके साथ ही संबंधित एजेंसी नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, अथॉरिटी पीडब्ल्यूडी, नगर पालिका द्वारा भी इस स्थानों में हादसों को रोकने कार्य किये गए है। जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने मिले हैं। जिले में 11 ब्लैक स्पॉट की जगह अब इस वर्ष घट कर 08 ब्लैक स्पॉट है। बावजूद बेलगाम दौड़ते भारी वाहनों की चपेट में छोटे वाहन आ रहे है। वहीं इन ब्लैक स्पॉट के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।

  • ये है एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट :

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यातायात सूबेदार योगेश राजपूत ने बताया कि जिले में विगत वर्ष 11 स्थानों पर एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट थे। जहां हादसें अधिक हो रहे थे। यहां हादसों को देखते हुए लोगों को जागरूक करने के साथ यहां सुरक्षात्मक उपाए किए गए। जिससे यहां होने वाले हादसों में कमी आई है। हादसों में कमी होने के बाद जिले में 11 की जगह 8 ब्लैक स्पॉट बचे है। जिसमें विकासखंड बिछिया के मेढ़ाताल, ठोढा, बंजारी बिछिया, बिछिया, सिझौरा शामिल है। वहीं मंडला विकासखंड के अंतर्गत बिनैका तिराहा एनएच 30 ब्लैक स्पॉट में शामिल है। इन स्पॉट में भी सुरक्षात्मक उपाए किए गए है। जिसके बाद जल्द ही इन ब्लैक स्पॉट भी खत्म हो जाएंगा। चिन्हित ब्लैक स्पॉटों में लगातार दुर्घटनाओं का ग्राफ कम हो रहा है। वहीं कम होते सड़क हादसों में मौतों की संख्या भी कम हुई है। अब ब्लैक स्पॉट में कम हादसे हो रहे है। वहीं इन स्पॉट को छोड़कर अन्य क्षेत्रों मेें सड़क हादसों की संख्या बढ़ गई है।