मंडला से बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए निकले कांवडिय़े

in #mandla2 years ago

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  • सुल्तानगंज बिहार से गंगाजल लेकर 108 किमी चलेंगे पैदल
  • पैदल यात्रा में बिना जूते चप्पल के रहेंगे भक्त

मंडला। 12 ज्योतिर्लिंग में बाबा बैद्यनाथ का खास महत्व है। बाबा बैद्यनाथ धाम झारखंड के देवघर जिले में स्थित है। ऐसी मान्यता है कि स्वयं भगवान शिव जहां-जहां प्रकट हुए वहां-वहां शिवलिंग को ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है। बाबा बैद्यनाथ का खास महत्व इसलिए भी है क्योंकि यहां शक्तिपीठ भी है। देवघर के बाबा वैद्यनाथ को उत्तर वाहिनी गंगा का जल जो सुलतानगंज से होकर बहती है पसंद है। यही वजह है कि कांवडिय़ा 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पित करते हैं।

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पौराणिक कथाओं के अनुसार सबसे पहले भगवान श्रीराम ने सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर तक की यात्रा की थी। इसके बाद से ही यहां से देवघर जल ले जाने के परंपरा की शुरुआत हुई, गंगा को शिवप्रिया कहा गया है, ज्योतिर्लिंगों पर गंगा जल अर्पण करने की परंपरा रही है। वहीं बाबाधाम से सुल्तानगंज सबसे नजदीक है। यही वजह है कि यहां से कांवडिय़ा जलभर कर बाबा बैद्यनाथ को चढ़ाते हैं, तो वहीं गंगाजल उपलब्ध ना होने पर किसी (पवित्र) नदी के जल से भी पूजा करने पर बाबा प्रसन्न होते हैं।

  • 108 किमी चलेंगे पैदल :
    बता दे कि सुल्तानगंज बिहार से गंगाजल लेकर 108 किलोमीटर पैदल यात्रा बिना जूते चप्पल के भक्त करेंगे है। कवडिय़े यात्रा 108 किलोमीटर चलने के बाद बाबा बैजनाथ धाम देवघर झारखंड में जल बाबा को चढ़ाने के बाद सभी कांवडिय़े बाबा बासुकीनाथ में जल चढ़ाएंगे तब यात्रा पूरी होगी। बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है, पूरी कावड़ यात्रा में गूंजाएमान रहता है।
  • मंडला से निकले ये कांवडिय़े :
    दीपक ब्रजपुरिया, सत्य प्रकाश जयसवाल, अमित जयसवाल, आलोक खरिया, क्रांति बडोनिया, संतोष कुशवाहा, शैलेश खंडेलवाल, नितिन रावत, समीर कटारे, जगदीश नायक, विकास त्रिपोलिया, सीबी चौदह, संजय रावत एवं ओमप्रकाश खंडेलवाल कांवड़ यात्रा में शामिल हुए।