आगरा-अलीगढ़ मंडल के दिग्गज एवं शक्तिशाली नेता रामवीर उपाध्याय नहीं रहे, लंबे समय से बीमार थे
आगरा। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का देर रात निधन हो गया है। कई दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा था। वह आगरा के रेनबो अस्पताल में भर्ती थे। पूर्व मंत्री के निधन की खबर सुनकर उनके समर्थकों की आंखें नम हैं। उत्तर प्रदेश में रामवीर उपाध्याय को ब्राह्मणों का बड़ा नेता माना जाता था। रामवीर उपाध्याय बसपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे थे। प्रदेश के बेहद शक्तिशाली नेता के तौर पर वे जाने जाते थे। कुछ समय पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनका पार्टी से निष्कासन कर दिया था। इसके बाद वे भारतीय जनता पार्टी में आ गए थे। विधानसभा चुनाव में वह सादाबाद से खड़े भी हुए थे, लेकिन लोकदल प्रत्याशी ने उन्हें हरा दिया था।
लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व मंत्री एवं दिग्गज नेता रामवीर उपाध्याय नहीं ।। मायावती सरकार में प्रदेश में ऊर्जा मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय ने शुक्रवार देर रात अंतिम सांस ली। उनका इलाज आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में चल रहा था। हालांकि वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अस्वस्थता के चलते ही पिछले काफी समय से राजनीति में सक्रिय नहीं थे। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने आगरा में शास्त्रीपुरम स्थित आवास पर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता हासिल की थी। उसके बाद से उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया था। उस समय भी अस्वस्थ होने के कारण वे भाजपा कार्यालय नहीं जा सके थे। इसलिए भाजपा ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी ने उनके आवास पर पहुंच उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। इस दौरान भी उन्हें लोगों के अभिवादन के लिए व्हील चेयर पर बैठ कर आना पड़ा था। हाथरस के मूल निवासी रामवीर उपाध्याय की पूरे ब्रज मंडल में ब्राह्मण समाज में अच्छी पकड़ रही थी।
1996 में पहली बार हाथरस की सदर सीट से विधायक बने ।। हाथरस को जिला बनाने में अहम भूमिका निभाई ।।