सेना के जवान विश्व पटल पर खेल स्पर्धाओं में पदक अर्जित कर सेना को कर रहे गौरवान्वित : सेना प्रमुख

in #indianarmy2 years ago

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नई दिल्ली। भारतीय सेना जहां अपने दुश्मनों के दांत खट्टे करती है। वही खेल के मैदान पर भी सेना के जवान अपने प्रतिद्वंद्वियों को धूल चटाते हुए दिखाई देते हैं। सेना के खिलाड़ी लगातार अपने खेल का जौहर दिखाते हुए देश के लिए पदक अर्जित कर रहे हैं। जब देश के लिए खिलाड़ी खेलते हैं और पदक अर्जित करते हैं तो सेना के लिए वह पल गौरव के क्षण होते हैं। भारतीय सेना विश्व पटल पर पहुंचाने के लिए अपने खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए समुचित व्यवस्थाएं उपलब्ध कराती है। सेना के जवान अब हर खेल में माहिर ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर पदक भी अर्जित कर रहे हैं। सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल प्राप्त करने वाले सेना के सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने इस दौरान जवानों से कहा कि सेना के खिलाड़ियों को उनके प्रशिक्षण के लिए किसी भी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्हें विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त हो सके इसके लिए सेना स्पॉन्सर तलाश करने में भी खिलाड़ियों को सहयोग पूरा सहयोग करेगी। सेना प्रमुख ने अपने खिलाड़ियों से कहा कि वह अभी से आगामी ओलंपिक की तैयारियों के लिए जुट जाएं।

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाने वाले सेना के खिलाड़ियों की जमकर तारीफ करते हुए, उन्हें अगले वैश्विक खेलों विशेष रूप से ओलिंपिक की जोर-शोर से तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेताओं के साथ इसमें हिस्सा लेने वाले सेना के खिलाड़ियों से रूबरू होते हुए सेना प्रमुख ने उन्हें अगले खेल आयोजन की तैयारी में हर तरीके से मदद देने का भी भरोसा दिया।

सेना प्रमुख ने कहा कि सैनिकों के साथ खिलाड़ियों को देश जितना प्यार और सम्मान देता है वैसा बड़े फिल्मी सितारों को भी नहीं मिल पाता। सेना इन खेलों में अपने पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट आफ टर्न प्रमोशन भी देगी। राष्ट्रमंडल खेल में भारत के शानदार प्रदर्शन में सेना के खिलाड़ियों की भी अहम भूमिका है और बर्मिंघम में सेना के 18 खिलाड़ी भारतीय दल का हिस्सा थे जिसमें से चार ने स्वर्ण, तीन ने रजत और एक ने कांस्य पदक के साथ कुल आठ पदक जीते।

बर्मिंघम से लौटे इन खिलाड़ियों के लिए सेना की ओर से आयोजित सम्मान समारोह के दौरान अपने संबोधन में जनरल मनोज पांडे ने कहा कि प्रशिक्षण, फिटनेस से लेकर फेडरेशन के स्तर पर ही नहीं विदेश में ट्रेनिंग और खिलाड़ियों के लिए स्पांसर की तलाश जैसे काम में सेना अपने खिलाड़ियों की पूरी मदद करेगी। आर्मी स्पोट्रर्स इंस्टीट्यूट में भी खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और जरूरतों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

सेना प्रमुख ने कहा कि खेलों में भारतीय खिलाड़ियों की जीत से देश के नागरिकों में एक विशेष आनंद और गौरव की अनुभूति होती है और इसलिए सेना के बाद देश में खिलाड़ी ही हैं जिन्हें बेहद प्यार और सम्मान मिलता है। इस समारोह के दौरान बर्मिंघम में स्वर्ण पदक जीतने वाले सेना के खिलाड़ी दीपक पुनिया, अमित पांघल, जेरेमी लालरिननुंगा और अचिंता शियूली समेत तमाम पदक विजेताओं और खेलों में शामिल हुए अन्य खिलाड़ियों को सेना प्रमुख ने विशेष स्मृति चिन्ह और नगद राशि देकर उन्हें सम्मानित किया।