आसमान से उगलती आग, नीचे तपता संगमरमर में भी ताज के दीवानों का जोश बरकरार,ASI की व्यवस्थायें हुई फेल
"प्रचंड गर्मी में पर्यटकों को ताज परिसर में नहीं मिल रहा पानी, पुरातत्व विभाग ने पल्ला झाड़ा... पानी की टौटी बनी शो पीस"
प्रदीप कुमार रावत
आगरा। विश्व के हर पर्यटक और प्रेमी युगल की एक ही इच्छा रहती है कि वह ताज का दीदार करें...! सुहाने मौसम या सर्दियों में हो तो उसका कहना ही क्या.... लेकिन जब आसमान से आग उगल रही हो और ताज का दीदार तो विश्व की इस अनुपम इमारत का दीदार करना दिल को खट्टा कर देता है... आसमान से आग बोल रही होती है और नीचे सम वह मरी पत्थर पैरों को जला रहे होते हैं जिससे ताज को देखने का जो सुखद अहसास होना चाहिए वह नहीं हो पाता... बावजूद इसके ताजमहल प्रेमी 45 डिग्री तापमान में भी ताज का दीदार करने के लिए पहुंचे... लेकिन उन्हें इसकी कीमत अपने पांव के छालों के रूप में चुकानी पड़ी....
दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल के दीदार का क्रेज पर्यटकों में 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी बरकरार है। दोपहर में ऊपर से आग उगलते सूरज और नीचे तपते पत्थरों के बीच वीकेंड में 20 हजार से अधिक और अन्य दिनों में औसतन 16 हजार से अधिक पर्यटक ताजमहल के दीदार को पहुंच रहे हैं। शनिवार को भी 22 हजार से अधिक पर्यटकों ने स्मारक का दीदार किया।
आगरा में अक्टूबर से मार्च तक पर्यटन सीजन रहता है। अप्रैल से सितंबर तक तापमान अधिक होने की वजह से यहां पर्यटक कम आते हैं और इसे आफ सीजन कहा जाता है। कोरोना काल में वर्ष 2020 में 17 मार्च से 20 सितंबर तक और वर्ष 2021 में 16 अप्रैल से 15 जून तक ताजमहल बंद रहा था। इस बार ऐसा नहीं है और ताजमहल खुला हुआ है। चार जून से यहां तापमान 45 डिग्री के आसपास बना होने के बावजूद पर्यटक अच्छी संख्या में आ रहे हैं। इसकी वजह इन दिनों स्कूलों में चल रही छुट्टियों को माना जा रहा है। शनिवार को 22223 पर्यटक ताजमहल देखने पहुंचे, जिनमें 21597 भारतीय और 626 विदेशी शामिल थे।
शनिवार से ताजमहल में पांच दिवसीय रात्रि दर्शन की शुरुआत हो गई। पहले दिन दो बैच में 44 पर्यटकों ने रात्रि दर्शन किया। रात 8:30 से नौ बजे के बैच में पांच और रात नौ से 9:30 बजे के बैच में 39 पर्यटकों ने रात्रि दर्शन किया। रविवार के रात्रि दर्शन के लिए पर्यटकों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के माल रोड स्थित कार्यालय से शनिवार को टिकट बुक कराईं।
इस समय आगरा में दिन हो या रात गर्मी से किसी को चैन नहीं लग रहा... ताजमहल तो देखना बहुत दूर की बात है लोगों का इस गर्मी में घर से निकलना दूभर हो गया है अब देखना होगा कि चांदनी रात में ताश का दीदार करने वालों की कितनी संख्या पहुँचती है।।
आसमान से उगलती आग और तपता संगमरमर के बीच बेशक पाठकों का जोश बरकरार है लेकिन पुरातत्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की उदासीनता के चलते सैलानियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है... ताजमहल परिसर में चोटियां सूख गई है... अब ताज परिसर में पानी की टॉटीयां शो पीस के रूप में ताजमहल की शोभा बड़ा रहीं.... और पर्यटक प्रचंड गर्मी में पानी की बूँद बूँद के लिए तरस रहे...