भगवान श्रीकृष्ण जन्म होते ही हुए शंखनाद,

in #religious2 years ago

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  • जय़घोषों से गूंज उठा लीला का पंडाल, गाई बधाई

आगरा। श्रीकृष्ण लीला कमेटी के तहत गौशाला में हो रहे महोत्सव में लीला का मंचन सोमवार से प्रारंभ हो गया। पहले दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की लीला का मंचन किया गया। जयघोषों से वातावरण गुंजायमान हो उठा।
ब्रज की संस्कृति से सराबोर वाटर वर्क्स का गौशाला परिसर ब्रजधाम बना हुआ है। यहां पर बनाए गये पंडाल में लीला के मंचन का शुभारंभ मेयर नवीन जैन ने भगवान के स्वरूपों की आरती उतार कर किया।
भजन-कीर्तन के बीच हुई आरती से पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया। श्रीकृष्ण जन्म की लीला का मनोहारी मंचन किया गया। रोशनी से जगमग मंच पर परंपरागत वेशभूषा में कलाकारों ने अपने अभिनय का प्रभाव छोड़ते हुए दर्शकों को आनंदित किया। मंचन में दिखाया गया कि कंस अपनी बहन देवकी का विवाह करके उसे ससुराल पहुंचाने जा रहा था, इसी बीच आकाशवाणी हुई कि देवकी का अष्टम पुत्र कंस का वध करेगा। कंस भयभीत हो गया। वह देवकी को मारना चाहता है, लेकिन दोनों को कारागार में डाल देता है। कंस एक-एक करके देवकी की सात संतानों का वध कर देता है। जब आठवें पुत्र के रूप में श्रीकृष्ण ने कारागार में जन्म लिया तो वासुदेव रात में ही उन्हें नंदबाबा के घर छोड़ आए ।
राधा विनोद लीला संस्थान, वृंदावन के लीला निर्देशक स्वामी श्रीराम शर्मा (निमाई) के निर्देशन में कलाकारों ने प्रभावशाली मंचन किया। इस मौके पर श्रीकृष्ण लीला कमेटी के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष मदन गर्ग, महामंत्री विजय रोहतगी, सुरेंद्र मित्तल पीके मोदी, मनोज बंसल, संजय चेली भाई, अशोक गोयल, विनीत कृष्ण कन्हैया अग्रवाल कैलाश खन्ना, राजेश अग्रवाल, उमेश चंद्र, अनूप गोयल, आदर्श नंदन गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार चौधरी, संजीव गुप्ता कैलाश नाथ आदि मौजूद रहे।