सांसद राजकुमार चाहर ने सीएम अशोक गहलोत के बयान की निंदा की, अबू आज़मी पर भी किया कटाक्ष

in #political2 years ago (edited)

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आगरा। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी के औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान पर सियासत गरमा गई है। अबू आजमी का कहना है कि औरंगजेब बुरा शासक नहीं था। इसको लेकर सांसद राजकुमार चाहर ने अबू आजमी के इस बयान की निंदा की। उनका कहना है कि जो औरंगजेब की औलादे हैं, उन्हें पहले भी औरंगजेब अच्छा लगता था और आज भी औरंगजेब उनके लिए अच्छा है लेकिन हमारे लिए औरंगजेब एक क्रूर शासक पहले भी था और आज भी है। कुछ लोग हैं जो औरंगजेब की मानसिकता वाले हैं वहीं इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।

सांसद राजकुमार चाहर का कहना है कि औरंगजेब कैसा शासक और कैसा व्यक्ति था, यह सभी जानते हैं। हम तो ऐसे क्रूर शासक का नाम भी लेना पसंद नहीं करते। औरंगजेब ने भारतीय संस्कृति को पूरी तरह से मिटाने का पूरा प्रयास किया था लेकिन वह सफल नहीं हो सका। ऐसे व्यक्ति की तारीफ करना कितना जायज है यह हर कोई जानता है।

वहीं रेप के बाद पीड़िता की हत्या के बढ़ रहे मामलों को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री का एक बयान सामने आया है जिसके बाद से देश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। हर कोई सीएम अशोक गहलोत की इस बयान की निंदा कर रहा है। उन्होंने कहा है कि जब से निर्भया कांड के बाद कानून बना और रेपिस्ट को फांसी की सजा दी जाने लगी तब से महिला व युवती की रेप के बाद हत्या के मामले बढ़ गए हैं। इस बयान को लेकर भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राजकुमार चाहर ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर जुबानी हमला बोला और उनके बयान की कड़ी निंदा की है।

इस बयान को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर होते हुए सांसद राजकुमार चौहान ने दो टूक शब्दों में कहा कि सीएम अशोक गहलोत के इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस सिर्फ अपने पापों को धो रही है। कड़े कानूनों से वह डरती है। इसीलिए तो इस तरह की बयानबाजी हो रही है जबकि देश को, समाज को सुरक्षित रखना है तो कड़े कानूनों की अति आवश्यकता है। अगर हमें आधी आबादी को सुरक्षित रखना है रेपिस्ट के अंदर भय का माहौल बनाना है तो कड़े कानून होने चाहिए।

बयान को लेकर भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राजकुमार चाहर ने राजस्थान के CM के बयान की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह का बयान देकर उन्होंने अपनी सरकार की नाकामी को सिद्ध कर दिया है। सरकार दुष्कर्म जैसे मामलों को रोकने में विफल रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर चुटकी लेते हुए कहा कि रेप जैसी जघन्य अपराधों को रोकने के लिए कड़े कानूनों की आवश्यकता है। अशोक गहलोत कुछ संविधान को जानते हैं और ऐसे बयान देकर उन्होंने अपनी सरकार की नाकामियों की पोल खोली है।