हिंसक प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी,युवा हिंसक प्रदर्शन कर अपना भविष्य बर्बाद न करें -एयर चीफ
दिल्ली। भारतीय सेना द्वारा मंगलवार को अग्नीपथ योजना की घोषणा की थी।। भारतीय थलसेना वायुसेना और जल सेना में अग्निपथ की यह नई भर्ती प्रक्रिया के लॉन्च होने के बाद में युवा लगातार इसका विरोध कर रहे हैं।। देशभर से युवा सड़कों पर उतर कर उत्पात ही नहीं मचा रहे बल्कि सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचा रहे हैं।। अग्निपथ के विरोध में तमाम राज्यों से युवाओं द्वारा आगजनी की घटनाओं की जानकारी आ रही है। इस अग्निपथ नई भर्ती प्रक्रिया का सबसे अधिक विरोध बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश हरियाणा, राजस्थान में दिखाई दे रहा है। भारतीय सेना के इस अग्निपथ पर भावी अग्निवीर चलने को किसी भी तरीके से तैयार नहीं हैं।
अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में सड़कों पर उतरे युवाओं को चेतावनी जारी करते हुए एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा है कि आंदोलन में शामिल युवाओं को पुलिस क्लीयरेंस नहीं मिलेगा। जिससे उनके भविष्य पर संकट खड़े हो सकते हैं।
उन्होंने प्रदर्शन में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को कहा कि उन्हें बाद में इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है क्योंकि आगे पुलिस वेरिफिकेशन क्लियर नहीं होगा तो नौकरी भी नहीं मिलेगी।
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, “हम इस तरह की हिंसा की निंदा करते हैं। यह समाधान नहीं है। अंतिम चरण पुलिस सत्यापन है। यदि कोई इस प्रदर्शन में शामिल है, तो उन्हें पुलिस से मंजूरी नहीं मिलेगी।”
अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में सड़कों पर उतरे युवाओं को चेतावनी जारी करते हुए एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने कहा कि उन्हें इस तरह की हिंसक प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी।
बताते चलें कि सरकार ने शनिवार को भावी अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान किया। गृह मंत्रालय की ओर से असम राइफल्स और सीएपीएफ भर्ती में 10 फीसदी आरक्षण मिलेगा। वहीं, रक्षा मंत्रालय ने भी अपने विभाग में नौकरियों के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। उधर, भावी अग्निवीरों के लिए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि है वे खेल मंत्रालय में युवाओं को शामिल करने के लिए विचार कर रहे हैं।
Wortheum भी देश के युवाओ से अपील करता है कि कानून को अपने हाथ में न लें।। अपनी बात को लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत अपनी आपत्ति दर्ज कराएं।। सड़कों पर उतर कर वाहनों को फूंकना, पत्थरबाजी करना ऐसी किसी भी हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। युवा क़ानून को हाथ में लेकर अपने भविष्य को बर्बाद न करें।।