आगरा: नामचीन बिल्डर के दबाव में प्रशासन नहीं दे रहा विधवा पीड़िता को न्याय! 2004 में हुई थी रजिस्ट्री

in #crime2 years ago

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  • नामचीन बिल्डर का कारनामा, एक फ्लैट के दो दावेदार

  • पीड़ितों ने दी आत्मदाह की चेतावनी

  • शहर के प्रमुख बिल्डर बीडी अग्रवाल का विवादों से पुराना नाता

आगरा। ताजनगरी के रियल एस्टेट से जुड़े प्रमुख बिल्डर से पीड़ित कल्पना बंसल के पति ने 2004 में फ्लैट खरीदा था। जब पीड़िता परिवार सहित उक्त फ्लैट में पहुंची वहां पर कोई अन्य परिवार ही रह रहा था। जिसने कल्पना बंसल को धमकी देकर भगा दिया कि यह फ्लैट हमारा यहां दोबारा नहीं आना। अब पीड़िता प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगाकर परेशान है, लेकिन टरकाने के अलावा कोई सुनवाई नहीं हो रही। कोठी मीना बाजार के पास स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेस वार्ता में पीड़िता कल्पना बंसल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए अपनी पीड़ा जाहिर की।

दरअसल शिवपुरी केदारनगर निवासी विनय बंसल पुत्र जीपी बंसल ने जगदीशपुरा थाना के अन्तर्गत खसरा संख्या 165, 166, 167 पुष्पांजली अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 713 पुष्पांजलि कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के निदेशक से 2004 में साढ़े छः लाख में खरीदा था। जिसकी बैनामा दस्तावेज संख्या 5101/07 08 2004 थी। जिसमें पसास हजार का भुगतान नगद व छः लाख का आसीआई बैंक शाखा साकेत कॉलोनी से लोन लिया गया।

पीड़िता के बार बार चक्कर लगाने पर पुष्पांजलि कन्सट्रक्शन प्रा.लि. के अधिकृत प्रतिनिधि जयदीप तिवारी और कल्पना बंसल के बीच 8 नवम्बर 2022 को प्रशासन से यह समझौता करा दिया कि 15 दिन के अन्तर इतने ही क्षेत्रफल का कोई नए फ्लैट की रजिस्ट्री कराएंगे। लेकिन इस बात को भी दो माह बीत चुके हैं और प्रशासन बिल्डर के दबाव में कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
पीड़िता कल्पना बंसल ने कहा कि ‘एक बार रजिस्ट्री होने के बाद बिल्डर ने किसी अन्य को कैसे रजिस्ट्री कर दी। प्रशासन भी बिल्डर को सजा देने के बजाय हमसे समझौता करा रहा है। वह फ्लैट मेरे पति के खून-पसीने की कमाई थी। यदि मुझे फ्लैट नहीं मिला तो मैं सम्बंधिक अधिकारियों के कार्यालय के बाहर आत्मदाह कर लूंगी। मुझे न्याय चाहिए।’