पूरनपुर में डग्गामार बाहनों की भरमार
पूरनपुर में डग्गामार बाहनों की भरभार
अफसर नही मान रहे योगी सरकार का फरमान
25 किलों मीटर की यात्रा में पांच जगह दिया जा महिना, तब होता है डग्गामार बाहनों का संचालन
पूरनपुर।पीलीभीत मैलानी रेलखंड पर 4 सालों से रेल आवागमन बंद है जिससे क्षेत्रीय लोगों को निकटतम शहरों में आने जाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कुछ डग्गामार वाहनों का संचालन बर्षोंसों पहले शुरू किया था इससे दैनिक यात्री छात्र-छात्राएं बा खुदरा व्यापारी भी पूरनपुर से देहात क्षेत्रों के लिए सामान लेकर जाते तथा यात्रा किया करते थे कुछ दिन पहले योगी सरकार ने डग्गामार वाहनों पर कड़ा प्रतिबंध लगा दिया लेकिन डग्गामार बाहनों को प्रशासन बंद तो नहीं कर सका लेकिन कुछ अधिकारियों कर्मचारियों की आमदनी को चार चांद लग दिये। ज्ञात हो कि पूरनपुर मैं शेरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ग्रामीण क्षेत्रों को आने जाने के लिए डग्गामार गाड़ियां टेंपो जैसे वाहन खड़े होते हैं संचालकों का कहना है की हम लोग प्रतिदिन वाहन चलाने के लिए पूरनपुर से हरीपुर सुल्तानपुर क्षेत्रों में आवागमन करने के लिए कई जगह चढाबा चढाना पड़ता है तब हम लोगों का यातायात बनाऐ हुए है ।जब भी शासन का कोई परमान निकलता है तो वह सबसे पहले इन बाहन संचालकों पर ही लागू किया जाता है। आदेश आते ही साहब की गाडी मौके पर पहुंचकर वाहन संचालकों को जमकर सुनाते ब तुरंत संचालन बंद करने की धौस देकर तय कीमत दोगुनी कर लेते हैं जिससे वाहन संचालक यात्रियों से तत्काल प्रभाब से किराया दोगुना किराया बसूलना शुरू कर देते है। बात करने पर साफ जवाब होता है कि हमें साहब को बहुत देना होता है तब वाहन चला पा रहे हैं समझ नहीं आ रहा है यह कौन-कौन से साहब हैं जो लोगों की परेशानियों का सबब बनते जा रहे हैं।वाहन संचालकों की जुबानी सुने तो ज्ञात होता है की की इस 25 किलोमीटर की यात्रा में पांच जगह भेंट चढ़ाई जाती है तब यातायात चल रहा है। आपको बता दें कि 2 दिन पूर्व शहर के 2 बड़े अधिकारियों ने डग्गामार वाहनों में चलने वाली कई गाड़ियां पकड़ कर हरीपुर पुलिस चौकी पर खड़ी कर दी। कई घंटे मिन्नतें करने के बाद वह गाड़ियां शाम होते ही छोड़ दी गई लेकिन वाहन संचालकों की मानें तो मिन्नतों की बजह से नहीं बल्कि साहब को अच्छा पैसा देकर ही गाड़ी छुडाई गई हैं। और दुसरे दिन से फिर यात्री किराऐ में इजाफा कर दिया है।
रिपोर्ट
प्रदीप मिश्र पूरनपुर