5G Auction: बोली के पहले ही दिन टूट चुका है आय का पिछला रिकॉर्ड, आज दूसरे दिन भी जारी है नीलामी प्रक्रिया
देश में 5जी नेटवर्क की सेवाएं शुरू करने के लिए मंगलवार से स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हो चुकी है. नीलामी आज यानि बुधवार 27 जुलाई को दूसरे दिन भी जारी है.
पहले दिन मंगलवार को चार राउंड के बाद सरकार को ₹1.45 लाख करोड़ की रिकॉर्ड बोलियां मिली. टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी देते हुए उम्मीद जताई की नीलामी बुधवार तक पूरी हो जाएगी. वैष्णव ने कहा कि 2022 के अंत तक कई शहरों में 5जी सेवाएं शुरू हो सकती हैं.
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पहले दिन 1.45 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जुटाने के साथ ही स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार की आय का पिछला रिकॉर्ड टूट गया है. 2015 सरकार ने 4G स्पेक्ट्रम की बिक्री से 1.09 लाख करोड़ रुपए जुटाए थे. इस बार नीलामी में 4.3 लाख करोड़ रुपए के कुल 72 GHz स्पेक्ट्रम को ब्लॉक पर रखा गया है. स्पेक्ट्रम का आवंटन 20 साल के लिए होगा.
15 अगस्त तक प्रक्रिया होगी पूरी
दूरसंचार मंत्री ने कहा कहा है कि मंत्रालय इस साल 15 अगस्त से पहले नीलामी प्रक्रिया को पूरा करना चाहता है, ताकि इसी साल सितंबर से अक्टूबर महीने तक देश में 5जी सेवाओं की शुरुआत की जा सके. दूरसंचार कंपनियां ग्राहकों तक 5जी नेटवर्क पहुंचाने के लिए मिड और हाई बैंड के स्पेक्ट्रम खरीद रही हैं. ये बैंड इंटरनेट स्पीड को 4जी की मौजूदा स्पीड के मुकाबले 10 गुना तक बढ़ाने की क्षमता रखते हैं. मिड रेंज वाले स्पेक्ट्रम 3.3-3.67 गीगाहर्ट्ज (Ghz) के होंगे, जबकि हाई बैंड में 26 गीगाहर्ट्ज के स्पेक्ट्रम शामिल हैं.
इन कंपनियों में मुकाबला
देश में 5जी नेटवर्क शुरू करने के लिए वैसे तो सभी कंपनियां होड़ में लगी हैं, लेकिन रिलायंस जियो ने इसके लिए सबसे ज्यादा रकम जमा कराई है. कंपनी ने नीलामी से पहले ही 14 हजार करोड़ रुपये डॉट के पास जमा करा दिए हैं. दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल आती है, जिसने 5,500 करोड़ रुपये जमा कराए हैं. इसके बाद वोडा आइडिया ने 2,200 करोड़ और अडानी नेटवर्क ने 100 करोड़ रुपये जमा कराए हैं.