पुलिस का अमानवीय चेहरा: शव को कचरा पात्र में डाल के ले गई अस्पताल
पुलिस का अमानवीय चेहरा: शव को कचरा पात्र डाल के ले गई अस्पताल
जोधपुर। कमिश्नरेट पुलिस ने कार्यप्रणाली बेशक अच्छी चल रही है। कोरोना काल हो या अन्य कोई भी परिस्थिति पुलिस ने अपना मानवीय रूप दिखाया है। मगर बुधवार को पुलिस की अमानवनीय जगजाहिर हो गई। दरअसल दुर्घटना में मरने वाले एक शख्स के शव को कचरा पात्र में डाल कर ले गई। जिससे पुलिस के आलाधिकारी भी इस घटना को लेकर शर्मसार है। अब मामला सामने आने के बाद इसकी जांच उच्चाधिकारी को सौंपी गई है।
शहर में बुधवार को एक युवक की बस की चपेट में आकर मौत हो गई थी। पुलिस कचरे गाड़ी में शव रखा और अस्पताल ले गए। इसके लिए पुलिस ने वहां से गुजर रहे कचरा गाड़ी को खाली करवाया।
हुआ यूं कि बुधवार को शहर के पाल रोड पर पुलिस पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि घटना बरकतुल्लाह खान स्टेडियम के पास की है। यहां देर रात कई सिटी बस खड़ी रहती हैं। बिलाड़ा निवासी देवेंद्र प्रजापत देर रात सिटी बस के नीचे आकर सो गया था। बुधवार सुबह जब ड्राइवर आया तो वह बस लेकर रवाना हो गया। उसे पता नहीं था कि टायर के बीच युवक सो रहा है। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वह मजदूरी करता था। मौके पर लोगों ने शव देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस एंबुलेंस की व्यवस्था किए बिना ही वहां खड़ी कचरा गाड़ी को बुलाया। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्ट करने वाली गाड़ी को बुलाया और उसी में शव डाल मथुरा दास अस्पताल लेकर पहुंचे। इधर, पुलिस पहले टालती रही। लेकिन, सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद इस मामले में जांंच बैठाई गई है।