गेहूं खरीदी केन्द्रों पर किसानों से लिया जा रहा अधिक गेहूं,
गेहूं खरीदी केन्द्रों पर किसानों से लिया जा रहा अधिक गेहूं, !अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा अन्नदाताओं का शोषण
शिकायतों पर अधिकारियों का मौन
परिवहनकर्ता की मनमानी पर नहीं हो रही कार्यवाही
डिंडोरी, प्रदेश की किसान हितैषी सरकार कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने के दावे और शासकीय योजनाओं का प्रचार प्रसार जमकर करती है। पर इन्हीं शासन की योजनाओं के माध्यम से खुलेआम किसानों का शोषण किया जा रहा है। जिस पर जिले के आला अधिकारी खामोश है और भ्रष्टाचारियों को खुला संरक्षण दे रहे है। जन प्रतिनिधियो और पार्टी कार्यकर्ताओं को भी किसानों से कोई लेना देना नहीं है। अन्नदाता की मेहनत की कमाई पर शासन द्वारा नियुक्त लुटेरों की नज़र है और जिले में फसलों की खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार चल रहा है।
गेहूं खरीदी के दौरान शासन के नियमानुसार किसानों से 50 किलो ग्राम प्रति बोरी गेहूं खरीदी किए जाने के बजाय शासन द्वारा निर्धारित केंद्रों पर किसानों से हर बोरी ने 51 किलो गेहूं लिया जा रहा है। किसानों को बरगलाकर और झूठी जानकारी देकर प्रति बोरी 51 किलो गेहूं की खरीदी की जा रही है, वह भी 50 किलो ग्राम की कीमत का भुगतान दे कर। यह सिलसिला जिले के लगभग हर खरीदी केंद्र पर चल रहा है पर किसी भी केंद्र की न तो संबंधित विभाग निगरानी कर रहा है और न अब तक कहीं भी गड़बड़ी पकड़े जाने या कार्यवाही किए जाने की जानकारी का खुलासा हुआ है, जबकि इस तरह से किसानों के साथ अन्याय एक तरह से प्रचलित परंपरा बन चुका है।