जलसंकट से निपटने अब समाजसेवी मैदान में

in #dindori2 years ago

जलसंकट से निपटने अब समाजसेवी मैदान में
अधिकारियों से गुहार लगा कर थक गए ग्रामीण
प्रतिदिन ग्यारह गांव में टैंकर से पहुचा रहे पेय जल
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डिंडौरी-शहपुरा जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जल संकट गहराता जा रहा है , प्राकृतिक जल स्रोत सूख चुके है,तो हैंडपंपो ने पानी उगलना बन्द कर दिया है ।ग्रामीण कही धरना प्रदर्शन कर रहे है ।तो कही ग्रामीण धरना प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे है।और जल संकट से निपटने में अधिकारी भी कुछ ज्यादा मदद नही कर पा रहे है।ऐसे में एक समाजसेवी जल संकट व्याप्त गांवों में पानी टैंकरों के माध्यम से पहुचा रहे है।समाज सेवी द्वारा पेयजल उपलब्ध कराने से ग्रामीण महिलाये और पुरुष सराहना कर रहे है।
तीन ग्राम पंचायत के ग्यारह गांवों में टैंकरों से पानी सप्लाई कर रहा समाज सेवी
शहपुरा जनपद पंचायत क्षेत्र के इमलई,बैगान टोला,परवरी टोला,इमलई खाल्हे टोला,देवरी माल,देवरी रैयत,बंजर टोला,रमपुरी माल ,रमपुरी कला,टिकरा टोला,रमपुरी तालाब टोला में प्राकृतिक जल स्रोत सूख गए है तीन दर्जन से ज्यादा हैण्डपम्प पानी नही उगल रहे है।ग्रामीणों ने पेयजल उपलब्ध कराने की मांग ग्राम पंचायत स्तर से लेकर जनपद पंचायत के अधिकारियों के पास शिकायत की ।लेकिन नतीजा कुछ नही निकला।जब पेय जल संकट की समस्या रम्मू यादव,परदेशी झारिया ,सुनील ,और सूरज बैगा ने बिछिया गांव के समाजसेवी संजय राय से बताई ।तो संजय राय भी ग्रामीणों की मदद करने को तैयार हो गए ।
सुबह से देर रात तक गांव गांव मोहल्ले मोहल्ले जाकर देते है पानी
बिछिया निवासी समाज सेवी संजय राय कहते है कि जब ग्रामीणों ने मुझे पेयजल संकट की समस्या बताई तो मुझसे भी रहा नही गया ।और मैंने मदद करने की ठान ली ।एक टैक्टर दो पानी टैंकर की मदद से हम लगभग छोटे छोटे ग्यारह गांव में पानी लेकर जाते है और पानी निशुल्क देते है।यह सिलसिला सुबह पाँच बजे से रात दस बजे तक चलता है।जो मोहल्ला या गांव छूट जाता है तो दूसरे दिन वही से शुरुआत करते है।मोहल्ले मोहल्ले जाकर इसलिये पानी देते है कि ज्यादा भीड़ एकत्रित न हो और सबको बराबर पानी मिल जाय ।ताकि विवाद की स्थिति निर्मित न हो सके। अगर कुछ ऐसे समाजसेवी जलसंकट की स्थिति में सहयोग करने के लिये आगे आये तो निश्चित ही जल संकट से कुछ हद तक तो ग्रामीणों को राहत मिल ही सकती है।