शायर की कलम से।।।neerajtyagi (35)in #feelings • 2 years ago ना कोई ठिकाना ,ना कोई मंजिल हासिल है, मैं तेरे काबिल हूं या नहीं , पर तू मेरे काबिल है, सोचता हूं के कत्ल हो जाऊ तेरे इश्क़ में मैं, पर कन्ही लोग ये ना कह दे कि तू मेरे कत्ल में शामिल है।।... ✍️ दुष्यंत त्यागी #love #forever #wortheum #news