बाह में हिंदी दिवस के पर आयोजित हुआ स्वर्गीय दिनेश तिवारी स्मृति कवि सम्मेलन

in #agra2 years ago

आगराIMG-20220914-WA0082.jpg। कस्बा बाह क्षेत्र के विक्रमपुर मार्ग स्थित पंडित काशी दीनदयाल आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में बुधवार को हिंदी दिवस के मौके पर स्वर्गीय श्री दिनेश तिवारी स्मृति काव्य समारोह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमित गुप्ता समाजसेवी प्रवक्ता हरप्रसाद राजाराम इंटर कॉलेज बाह द्वारा प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। कवि सम्मेलन में दूर दराज से भारी संख्या में कवि पहुंचे जिसमें कविगण - मनोज शंकर शुक्ल, डा0 वीपी मिश्र, रियाज इटावी( इटावा), श्रीकांत पाठक, राघव (आगरा) राजेश वफा,शाहिद महक, विनोद साँवरिया, गणेश शंकर विद्यार्थी, कु0 गायत्री मिश्रा, नारायन हरी नमन, रामसेवक गुल, रियाज इटावी पवन टाइगर बाबा ने अपनी काव्य पंक्तियों एवं वीर रस से लोगों में जोश भरने का काम किया। कवियों ने अपनी कविताओं से विद्यालय परिसर में लोगों सहित अध्यापकों एवं छात्र छात्राओं मन मोह लिया। कवि सम्मेलन में कविताओं का रंग भरता हुआ इस प्रकार दिखा। इस दौरान का कवि शाहिद महक अपनी कविता की पत्ती इस प्रकार कहीं
रंग उसका उतर गया होता
मैं जो सच बोल कर गया होता।।
उङता हुआ नकाब है दिल थाम के रखना
मचला हुआ शबाब है दिल थाम के रखना।।
तो वही कभी राजेश वफा अपनी कविता की पंक्ति में सफर में हर मुसाफिर के ह्रदय के पास है मंजिल| कवि श्रद्धा कवि भक्ति कभी विश्वास है मंजिल। वही कवि गणेश शंकर विद्यार्थी की कविता
हे परिवर्तन के अग्रदूत! हे नवयुग के चिर सूत्रधार!
सत्ता की नींव हिला दे फिर,भर वाणी में गर्जन-हुँकार। कवि विनोद सांवरिया की कविता
हिन्दी तन है,हिन्दी मन है,हिन्दी जान हमारी है,
हिन्दी है अभिमान हमारा,हिन्दी सबसे प्यारी है
हिन्दी ही अभिव्यक्ति हृदय की,साँसों का उच्छ्वास यही,
हिन्दी जीवन में शब्दों की हरी भरी फुलबारी है। कवि गायत्री मिश्रा की कविता की पंक्ति
मेघ से काम था, आसमा मिल गये।घर नहीं पत्थरों के मकाँ मिल गये। तो वही कवि रियाज इटावा की कविता पंक्ति,
छू रहीं आजकल आसमां बेटियाँ
लिख रहीं हैं नई दास्ताँ बेटियाँ। कभी रामसेवक गुल की पंक्ति
सदा रहती ॠतु बहार की
इक दिन पत्ते झड जाते हैं। कभी नारायण हरि नमन ने अपनी पंक्ति
भूल गये कोर्सबुक, छोड़ छाड़ नोट बुक,दिन रात फेशबुक, ऑनलाइन मोड़ है,, इस दौरान कभी डॉक्टर बी पी मिश्रा ने अपनी पंक्ति
नव विकास नल तंत्र देख लो|
और नया हुडदंग देख लो जैसी कविताओं की पंक्तियों से श्रोताओं का मन जीत लिया। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ बीपी मिश्र ने की संचालन विनोद सांवरिया ने किया। इस मौके पर श्रीमती अनिल तिवारी, प्रधानाचार्य सुमित तिवारी,आशुतोष तिवारी, संजय कुमार, राहुट टूटा,अमन , दीप्ति शर्मा, वन्दना शर्मा, क्षमा शर्मा,अन्नू तिवारी, राहुल, नवीन मिश्रा, राकेश सविता आदि लोग उपस्थित रहे।