लू के थपेड़ों ने बढ़ाई बीमारियां

in #unnao2 years ago

उन्नाव: बढ़ते तापमान ने अब लोगों पर असर डालना शुरू कर दिया है। गत तीन दिनों में डायरिया, फीवर व गैस्ट्रिक के मरीजों में इजाफा हुआ है। सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते बेड कम पड़ गए है।
गर्मी का कहर थम नहीं रहा है जिससे डायरिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिला अस्पताल में हर दिन डायरिया के मरीज आ रहे हैं और बेड न होने से दो मरीजों को एक बेड़ पर लिटाया जा रहा है। जिसे लेकर जमकर विवाद हुआ। दो बच्चियों को एक भी बेड़ पर इलाज के लिए लिटा दिया गया। परिजनों ने इस पर नाराजगी जाहिर की तो नर्स स्टाफ ने बच्चियों को उसी हाल में छोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि दोनों बच्चियों को केवल ग्लूकोस चढ़ाया गया और दवा नहीं दी गई। कई बार नर्स से कहा गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
सुबह करीब 10 बजे सिवरा गांव निवासी अंशी तिवारी (11) वर्ष को उसकी मां रिंकी तिवारी जिला अस्पताल के इमरजेंसी में दिखाने के लिए आई। बच्ची को डायरिया होने से उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर लिया गया। इसी दौरान हुसैननगर आस्था (8) को उसके पिता सर्वेश भर्ती कराने के लिए आए। रिंकी और सर्वेंश ने बताया कि इसकी बच्चियों के लिए कोई बेड नहीं था। इस पर उन्होंने बेड की व्यवस्था कराने के लिए नर्स से कहा तो आस्था को एक घायल युवक के बेड में लिटा देने की कोशिश में परिजन भडक़ गए। जमकर हंगामा हुआ। इसी तरह रिंकी ने भी अपनी बेटी अंशी के लिए अलग बेड की मांग की। काफी देर तक दोनों बच्चियां बिना इलाज इमरजेंसी में पड़ी रहीं। इसके बाद आपस में सलाह बनाकर दोनों ने अपनी बच्चियों को एक बेड में शिफ्ट कराया। आरोप है कि बेड तो मिल गया लेकिन इलाज शुरू नहीं किया गया। कई बार चक्कर लगाने के बाद ग्लूकोस चढ़ा दिया गया। दोपहर करीब 1:30 बजे तक दोनों बच्चियों का हालचाल जानने के लिए कोई चिकित्सक या नर्स नहीं आई।