सी एच सी जैथरा पर आशाओं ने किया हंगामा डाले ताले

in #hata2 years ago

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सी एच सी जैथरा पर आशाओं ने किया हंगामा डाले ताले

नहीं डरेंगे घुड़की से खींच लेंगे कुर्सी से

आशाओं की मजबूरी है वेतन बहुत जरूरी है

डीपीएम यूनिट की जिम्मेवारी आशाओं की है डॉ राहुल चतुर्वेदी

जनपद एटा के सीएचसी जैथरा पर आज मेहनत के पैसे ना मिलने पर ब्लाक जैथरा की आशाओं ने हंगामा काटा और हॉस्पिटल के मेन गेट पर ताला जड़ दिया बताते चलें कि लगभग 6 महीने से धूप गर्मी तपिश और बरसात से जूझती हुई आशाओं ने कड़ी मशक्कत के साथ अपने अपने क्षेत्र में कोविड-19, गर्भवती महिलाएं कुपोषित बच्चों आदि के लिए कड़ी मेहनत करते हुए स्वास्थ्य विभाग के तमाम योजनाओं को साकार रूप देने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम किया लेकिन उनका मानदेय ना मिलने के कारण वह भूख की कगार पर पहुंच चुकी हैं अपने परिवार के लालन पालन में पैसे के अभाव में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है आशाओं ने प्रेस से मुखातिब होते हुए बताया कोविड-19 हम लोगों को वारह वारह हजार खाते में डाले गए थे इसके एवज में वहां उपस्थित संबंधित अधिकारी ने हम लोगों से चार चार हजार वसूल कर लिए थे हम लोगों के लाख कहने पर भी हमारी समस्या को किसी भी स्वास्थ्य अधिकारी एमओआईसी आदि ने नहीं सुना उन्होंने बताया कि हम लोगों को मेहनत का पैसा नहीं मिलेगा तो हम लोग कैसे काम कर पाएंगे हंगामे के मध्य नहीं डरेंगे घुड़की से खींच लेंगे कुर्सी से दाम नहीं तो काम नहीं आशाओं की मजबूरी है वेतन बहुत जरूरी है के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज रहा था मीडिया के पहुंचने पर वहां उपस्थित तमाम आशाओं ने अपनी वेदना व्यक्त करते हुए एक स्वर में यही कहा कि हमें जब 6 माह से हमारा मानदेय नहीं मिलेगा तो हम अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे जब इसकी शिकायत एम एमओआईसी जैथरा से की तो उन्होंने भी आशाओं के मामले को डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम यूनिट के द्वारा चलाए जाने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया ऐसा नहीं है, कि यह प्रकरण आज आशाओं द्वारा जैथरा सीएससी का आया है,ऐसा ही एक प्रकरण पूर्व में अलीगंज पर भी आ चुका है, लेकिन एटा जनपद में बैठे हुए स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ पर इन मेहनत कस कर्मचारियों की समस्याओं पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जाता है आज जैथरा पर आशाओं का हंगामा इस बात को सिद्ध करता है कि एटा में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों पर उत्तर प्रदेश सरकार का कोई भी अधिकार नहीं है एटा के स्वास्थ्य विभाग यहां की स्वयं सरकार है यह अपने हिसाब से कार्य करते हैं और इनके आचरण से जिले का पूरा कर्मचारी बुरी तरह से प्रताड़ित हैं जब भी अधिकारियों से इस बाबत कर्मचारी अपनी बात रखता है तो उनको धमकियां दी जाती हैं कि तुम्हारी सर्विस बुक रंग दी जाएगी या तुमको नौकरी से निकाल दिया जाएगा आशाओं का कहना है कि अगर हम लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम लोग पूरे जनपद में एकजुट होकर यहां केअधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ अपनी आवाज ओजस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा कर अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे,इस मामले में जब एमओआईसी जैथरा डॉ0राहुल चतुर्वेदी से जानकारी और इस समस्या के निदान के बारे में मीडिया ने पूछा तो उन्होंने कहा यह मामला जिला प्रोग्राम यूनिट डी पीएम के द्वारा संचालित होता है जिसके अधिकारी विवेक श्रीवास्तव जिला लेखा प्रबंधक है
लेकिन स्थानीय तौर पर जुबैर नाम के बीटीएम जिला प्रोग्राम मैनेजर द्वारा आशाओं का पूरा लेखा-जोखा रखा जाता है और उन्हीं के द्वारा आशाओं का पैसे का लेनदेन किया जाता है इस तरह एमओआईसी जैथरा ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया साथ ही यह भी बताया कि मेरे संज्ञान में आया है कि 6 माह से आशाओं का पैसा नहीं मिला है इनके वाउचर भरवा कर ब्लॉक यूनिट पर जमा करा दिए गए हैं बाकी इस मामले में जिला के उच्चाधिकारियों से अपने स्तर से बात करके आशाओं को उनका उचित मानदेय दिलाने का प्रयास करूंगा