अमरनाथ यात्रा को आतंकी संगठन TRF से खतरा, मिला धमकी भर पत्र

in #pilgrimage2 years ago

अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू हो रही है। लेकिन इससे पहले यात्रा को लेकर को लेकर आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने धमकी भरा पत्र जारी किया है। पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा गया है। संगठन का कहना है कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे।Screenshot_20220523-111013-548.png
अमरनाथ यात्रा की 30 जून से शुरुआत हो रही है। लेकिन इससे पहले यात्रा को लेकर को लेकर आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने धमकी भरा पत्र जारी किया है। पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा गया है। संगठन का कहना है कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे। यात्रा 30 जून से शुरू होकर 11 अगस्त को खत्म होगी। 43 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या पहले से अधिक बढ़ने की उम्मीद है।
पत्र में कहा गया है कि हम किसी धार्मिक मामले के खिलाफ नहीं है, लेकिन जब कश्मीर के खिलाफ इस तरह की धार्मिक संस्थाओं का इस्तेमाल किया जाता है तो इन मामलों को अपने हाथ में लेना हमारी चिंता का विषय बन जाता है। आतंकी संगठन की तरफ से तीर्थयात्रियों को कहा गया है कि वे तब तक ही सुरक्षित रहेंगे, जब तक वे कश्मीर मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। आतंकि संगठन का कहना है कि अगर अमरनाथ यात्रा का इस्तेमाल राजनीतिक और जनसांख्यिकीय लाभ के लिए किया जाता है तो वह सरकार की योजनाओं को सफल नहीं होने देंगे।

वर्षों से आतंकियों के निशाने पर रही है अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ यात्रा वर्षों से आतंकियों के निशाने पर रही है। साल 2,000 में पहलगाम बेस कैंप में आतंकी हमले में 17 तीर्थयात्रियों सहित 25 लोग मारे गए थे। वहीं, जुलाई 2017 में यात्री बस पर हुए आतंकी हमले में सात तीर्थयात्री मारे गए थे। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा को शांति और सुरक्षित तरह से पूरी कराने के लिए गृह मंत्रालय ने खास तैयारियां की हैं। अमरनाथ यात्रा के दो मार्गों पर अर्धसैनिक बलों के कम से कम 12, 000 जवानों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के हजारों कर्मियों को तैनात किए जाने की उम्मीद है। ड्रोन से भी निगरानी रखी जाएगी।

अमित शाह ने तैयारियों और सुरक्षा की समीक्षा की
बता दें, साल 2020 और 2021 में कोरोना महामारी की वजह से यात्रा नहीं हो पाई थी। 2019 में, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से ठीक पहले यात्रा को रोक दिया गया था। जम्मू-कश्मीर में हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद अमरनाथ यात्रा अहम सुरक्षा चुनौती है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा की समीक्षा की थी। इस बीच TRF ने धमकी भर पत्र भेजा है।