विश्व प्रेस स्वन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर डालसा सचिव ने पत्रकारों को किया सम्मानित।

विश्व प्रेस स्वन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर डालसा सचिव ने पत्रकारों को किया सम्मानित।

विश्व प्रेस स्वन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ज़िला विधिक सेवाए प्राधिकरण के सचिव व सीजेएम प्रतीक जैन ने पत्रकारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एडीआर सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में सीजेएम प्रतीक जैन ने कहा कि प्रत्येक वर्ष विश्व भर में 3 मई को विश्व प्रेस स्वन्त्रता दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व प्रेस स्वन्त्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस और मीडिया की आजादी के महत्व के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है।एक लोकतांत्रिक व्यवस्था मे प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है। जैन ने कहा जवाबदेही सुनिश्चित करने और प्रशासन तक आम लोगों की आवाज को पहुचाने में प्रेस मीडिया की काफी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। सीजेएम ने बताया कि इस वर्ष विश्व प्रेस स्वन्त्रता दिवस की थीम जर्नलिज्म अंडर डिजिटल सेज है। IMG-20220502-WA0004.jpgप्रेस की स्वतंत्रता को लेकर दुनिया भर में चर्चाएं होती हैं. लोकतंत्र में तो उसे चौथा स्तंभ कहा जाता है. दुनिया के कई देशों में प्रेस यानि अभव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के प्रतीक को आजादी नहीं हैं और लोगों को सही जानकारी तक पहुंचने का अधिकार से वंचित रखा जाता है. ऐसा अक्सर देश के प्रति खतरे के नाम पर किया जाता है. दुनिया भर में प्रेस की आजादी को सम्मान देने और उसके महत्व को रेखांकित करने के लिए 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है.
आज प्रेस और उसके अन्य आधुनिक स्वरूप जिसे मीडिया भी कहा जाता है, की अहमियत जितनी है उतनी पहले कभी नहीं हुआ करती थी. सूचनाओं के आदान प्रदान के माध्यम इंटरनेट के कारण बहुत तेजी से हो पा रहा है
यूनेस्को 1997 से हर साल 3 मई को विश्व स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम पुरस्कार भी दिया जाता है. यह पुरस्कार उस संस्थान या व्यक्ति को दिया जाता है जिसने प्रेस के आजादी के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हो
प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे यूनिस्को का मकसद सरकारों को यह याद दिलाना है कि उन्हें प्रेस की आजादी के प्रति प्रतिबद्धता के सम्मान करने की जरूरत है. यह मीडिया कर्मी, पत्रकारों को प्रेस की आजादी और व्यवासायिक मूल्यों की याद करना का भी दिन है. यह दिन मीडिया के उन लोगों के समर्थन के लिए है जो प्रेस और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए काम करते हुए काफी जोखिम उठाना पड़ता है।