स्कूल से वृद्ध व असहाय की सेवा का मिला आदेश, भावुकता में परिवार संग छात्रा पहुची वृद्धा आश्रम
Basti- वृद्धजनों की सेवा ईश्वर की साधना होती है, वही बच्चे भी ईश्वर का स्वरूप कहे जाते है, इस लिए स्कूल का टास्क पूरा करने के लिए एक बच्ची भावुकता में अपने परिवार के साथ वृद्धा आश्रम उनकी मदद करने पहुच गई, आप को बता दें की सेंट बेसिल्स स्कूल की क्लास 5th की छात्रा अदीब सैयद को स्कूल से वृद्ध व असहाय की सेवा करने के लिए प्रोजेक्ट मिला, जिसको लेकर वह अपने परिवार के साथ वृद्धाश्रम गई जहां वह वृद्धजनो को फल, बिकिस्ट व अन्य सामग्री वितरित किया, वृद्धा आश्रम में रह रहे वृद्धजनों ने लोगों को अपने बीच पाकर खुशी जाहिर किया और बच्ची व परिवार के लोगो को आर्शीवाद दिया, वही छात्रा अदीबा सैयद ने बताया की हमे स्कूल से एक प्रोजेक्ट दिया गया जिसमे वृद्ध और असहाय लोगो की मदद करनी थी इस लिए हम यहाँ आये की, हमने जब अपने प्रोजेक्ट के बारे में घर परबताया तो घर वालो ने वृद्ध व असहाय की चर्चा करते हुए वृद्धा आश्रम के बारे में भी बताया तब मैंने सोचा की इससे अच्छी जगह कोई हो नही सकता और हमने इन बुजुर्गों को साथ कुछ समय विताया और उनकी मदद कर बहुत अच्छा लगा,
वही वृद्धाश्रम के प्रभारी मीना पाण्डे ने बताया कि वृद्धाश्रम में वर्तमान में कुल 54 वृद्धजन है जिसमे 32 महिला व 22 पुरूष निवासरत है वृद्धजनों के लिए यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध है। जब लोग वृद्धजनों से मिलते और उन्हें उपहार भेंट करने आते है तो वृद्धजनों का उत्साह दोगुना हो जाता है।