दिल्ली में dda ने अवैध अतिक्रमण पर चलाया बुलडोजर ।

स्टोरी...
लोकेशन - शालीमार बाग ..
बाईट - शालीमार बाग विधायक वंदना कुमारी ...

रिपोर्ट - अमित त्यागी ।

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स्टोरी -- दिल्ली के शालीमार बाग इलाके के C & D ब्लॉक में भी डीडीए का पंजा अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर रहा है । ये ब्लॉक शालीमार बाग के पॉश ब्लॉक इलाके मैं एक चार मंजिला निर्माणाधीन इमारत में कार्यवाही की गई है । जहां पर डीडीए का पीला पंजा चला, जिससे इलाके के लोगों में दहशत फैल गई । इलाके में बुलडोजर चलने की सूचना स्थानीय आप विधायक तक पहुंची । तो खुद विधायक भी मामले में हस्तक्षेप करने कार्यवाही स्थल पर पहंची । जिसके बाद मकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई रोकी गई ।

शालीमार बाग विधायक वंदना कुमारी ने बताया कि आज शालीमार बाग के C & D ब्लॉक में बुलडोजर चला है । दिल्ली में जगह-जगह हो रही बुलडोजर की कार्रवाई से इलाके के लोग परेशान हैं । C & D ब्लॉक शालीमार बाग का पॉश इलाका है, इस इलाके में डीडीए की टीम बुलडोजर लेकर अवैध निर्माण को गिराने के लिए आई थी । इलाके में निर्माणाधीन 4 मंजिला इमारत पर बुलडोजर द्वारा कार्यवाही की जा रही थी जिसकी सूचना मुझे मिली । खुद मैं खुद भी इलाके में आई और आकर बुलडोजर को रुकवाया । काफी हस्तक्षेप करने के बाद बुलडोजर यहां से गया है । इलाके के लोगों ने बताया कि यहां डीडीए व निगम दोनो ही विभाग के कर्मचारी आते हैं और उनसे पैसा लेकर जाते हैं । उसके बावजूद भी कार्रवाई हो रही है, इस पर वंदना कुमारी ने डीडीए पर भी निशाना साधते हुए कहा कि डीडीए ओर निगम दोनो ही भाजपा के अधीन है । विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब शालीमार बाग में बुलडोजर कार्रवाई कर रहा था तो लोगों को घर से बाहर निकलने का मौका भी नहीं दिया गया । जिस पर लोगों की नहीं सुनी गई, हालाकी शालीमार बाग के साथ साथ पूरी दिल्ली में 80% अवैध निर्माण है । निगम व डीडीए के अधिकारी व कर्मचारी पहले पैसे लेकर इलाके में काम कराते हैं और उसके बाद अवैध निर्माण के नाम पर कार्रवाई करते हैं । यदि कार्रवाई करनी है तो इलाके में अवैध अतिक्रमण को बढ़ने ही न दे ।

आप विधायक वंदना कुमारी ने सरकार से मांग की है कि इलाके में बने मकानों पर किसी प्रकार की बुलडोजर से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए । जो जिस तरह रह रहा है, उसे अपने मकान में शांति के साथ रहने दिया जाए। हालांकि विधायक खुद भी इलाके में अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई न करने का दबाव नगर निगम और डीडीए पर डाल रही है ।