समाज ही क्षत्रिय युवक संघ का अधिष्ठान - रोलसाहबसर
समाज ही क्षत्रिय युवक संघ का अधिष्ठान - रोलसाहबसर
क्षत्रिय युवक संघ शिविर
बाड़मेर. गीता में वर्णित कर्म के पांच कारणों में पहला कारण अधिष्ठान है। अधिष्ठान का अर्थ होता है आधार। श्री क्षत्रिय युवक संघ के लिए समाज ही अधिष्ठान हैं अर्थात समाज हमारा आधार, हमारा कार्यक्षेत्र है। जिस समाज में हम कार्य करना चाहते हैं उसकी स्थिति क्या है उसे हमें जान लेना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति, पशु अथवा समाज मृत हो तो वह कुछ भी नहीं कर सकता, उस पर किए गए सभी उपाय व्यर्थ जाएंगे, लेकिन यदि कोई समाज जीवित है तो उसमें कार्य करने का अर्थ बनता है। यह बात श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवानसिंह रोलसाहबसर ने शिविर के पांचवें दिन सोमवार को प्रभात संदेश में कही।
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