कानपुर हिंसा: आरोपितों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की कानपुर में बीते शुक्रवार को मौजूदगी के दौरान उपद्रव तथा हिंसा के मामले में पुलिस पत्थरबाजी करने वालों पर शिकंजा कस रही है लेकिन इलाके तनाव शांत नहीं हो रहा है। नई सड़क पर तीन जून को हुए बवाल में एक आरोपि को पकड़ने के लिए गई पुलिस टीम पर बजरिया थाना क्षेत्र के कंघी मोहाल में भीड़ ने हमला कर दिया। भीषण पथराव के बीच पुलिस एक आरोपि को ही पकड़ पाई, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा। मौके पर भारी पुलिस बल भेजा गया है।
जुमा की नमाज़ के बाद हुआ था हंगामा…
भाजपा नेता नूपुर शर्मा की कथित विवादित टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन ने बंद का एलान किया था। हालांकि, संगठन ने बंद वापस ले लिया था, लेकिन समुदाय विशेष के क्षेत्रों में दुकानें बंद रहीं। जुमा की नमाज के बाद हजारों लोग सड़क पर उतर आए थे। पथराव, फायरिंग व बमबाजी की थी। इसमें दारोगा समेत सात लोग गंभीर और दो दर्जन अन्य घायल हो गए थे। पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज कर 36 नामजद व एक हजार अज्ञात को आरोपित बनाया था।
नई सड़क और दादा मियां का हाता में शुक्रवार को हुए उपद्रव की विशेष जांच दल (एसआइटी) ने जांच शुरू कर दी है। एसआइटी के अध्यक्ष डीसीपी दक्षिण संजीव त्यागी ने सोमवार को पैदल ही उपद्रव प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। स्थानीय पुलिस अधिकारियों से एक-एक मिनट की जानकारी ली। डाग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने एक पोस्टर जारी किया है।
इसमें 40 चिह्नित उपद्रवियों की फोटो के साथ इनके बारे में जानकारी देने की अपील की गई है। उपद्रव की जांच के लिए गठित चार एसआइटी में इंटरनेट मीडिया पर लोगों को भड़काने वालों की जांच कर रही एसआइटी के सदस्य कोतवाली प्रभारी अरुण कुमार तिवारी ने भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप में आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।