हर भारतीय को जाननी चाहिए उस शख्स की कहानी, जिसकी बॉयोपिक है आर माधवन की फिल्म 'रॉकेट्री'
''रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट'' (Rocketry: The Nambi Effect) फिल्म रिलीज हो चुकी है और सिनेमा लवर्स को काफी पसंद भी आ रही है.
यह फिल्म भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व वैज्ञानिक एयरोस्पेस इंजीनियर नंबी नारायणन (Nambi Narayanan) की बॉयोपिक है, जिन्हें देश से गद्दारी करने के झूठे आरोपों में फंसाया गया था. नंबी नारायणन की कहानी देश के हर नागरिक को जाननी चाहिए ताकि वे समझ सकें कि कैसे एक निर्दोष देशभक्त को राजनीतिक साजिश में फंसाकर देश का गद्दार घोषित कर दिया जाता है. मोदी सरकार ने नंबी नारायण को पद्म भूषण सम्मान से नवाजा
देश के इस महान वैज्ञानिक के साथ हुई साजिश के खिलाफ भाजपा को छोड़ किसी भी राजनीतिक दल ने कभी आवाज नहीं उठाई. भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी इस मामले में बहुत पहले से नंबी नारायणन के समर्थन में खुलकर बोलती रही हैं. उन्होंने 2013 में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस साजिश के तमाम पहलुओं को उजागर किया था. साल 2019 में भाजपा सरकार में उन्हें पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया. नंबी नारायणन ने कहा था, ''पद्म भूषण सम्मान से नवाजे जाने की मुझे बहुत खुशी है. मुझे सभी स्वीकार कर रहे हैं. पहले सुप्रीम कोर्ट ने मुझे निर्दोष बताया. फिर केरल सरकार मेरे पास आई और अब केंद्र ने भी मुझे स्वीकार कर लिया है.''