अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर नई राजनैतिक पार्टी पश्चिमांचल निर्माण पार्टी का गठन
पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर नई राजनैतिक पार्टी पश्चिमांचल निर्माण पार्टी का गठन
मुजफ्फरनगर में हुई पश्चिमांचल निर्माण पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बैठक
उत्तर प्रदेश मैं एक बार फिर पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग तेज हो चली है दरअसल पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग में से तो वर्षों से चली आ रही है मगर वर्तमान की स्थिति में प्रदेश में पश्चिम उत्तर प्रदेश की उपेक्षा को देखते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग तेज हो गई है इसी को लेकर एक नई राजनीतिक पार्टी पश्चिमांचल निर्माण पार्टी का गठन हुआ और पश्चिमांचल निर्माण पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बैठक भी मुजफ्फरनगर में संपन्न हुई बैठक में सभी पदाधिकारियों ने पश्चिमांचल राज्य के निर्माण के लिए तेजी से काम करने का आवाहन किया इसके साथ ही वक्ताओं ने उत्तर प्रदेश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की उपेक्षा होने का जिक्र किया इसके साथ ही उन्होंने पश्चिमांचल राज्य के निर्माण के बाद होने वाले फायदे भी गिनाए पश्चिमांचल निर्माण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सत्येंद्र सिंह सरकारी सेवाओं में रह चुके हैं और सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद जनसेवा के कार्यों में लग गए उसके बाद उन्होंने उत्तम प्रदेश निर्माण संगठन मैं लंबे समय तक काम किया और पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने के लिए भरसक प्रयास किए क्योंकि बिना राजनीति के इतनी बड़ी मांग को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सकता इस वजह से पश्चिम उत्तर प्रदेश के हित के लिए अलग पार्टी का गठन करने का निर्णय लिया पश्चिमांचल निर्माण पार्टी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में संगठन खड़ा करेगी और साथ ही पार्टी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पहली बार अपने प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है
पश्चिमांचल निर्माण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने अलग राज्य गठन की मांग को लेकर 2018 में उत्तम प्रदेश निर्माण संगठन का रजिस्ट्रेशन कराया था जिसमें लगभग साडे 4 साल के समय में उन्होंने पश्चिम उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में धरने प्रदर्शन रेलिया ज्ञापन आदि कार्यक्रम किए पार्टी ने निर्णय लिया है कि वह उत्तर प्रदेश में आने वाले नगर निकाय चुनाव में भी अपने प्रत्याशी उतारेंगे उसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में भी मैदान में उतर कर सभी किस जिलों में प्रत्याशी लड़ाई जाएंगे