राष्ट्रपति चुनाव से पहले शिवसेना की विपक्षी पार्टियों को नसीहत, रवैये पर उठा दिए सवाल
Presidential Election 2022: अगर विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव के लिए मजबूत उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकता तो वह समर्थ प्रधानमंत्री कैसे दे पाएगा, शिवसेना ने शुक्रवार को यह बात कही.आगामी राष्ट्रपति चुनाव को गंभीरता से लेने की बात कहते हुए शिवसेना ने मुखपत्र सामना में कहा, ' 'महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला का नाम अक्सर राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सामने आता है, लेकिन इनमें इस चुनाव को कड़े मुकाबले वाले चुनावी समर में तब्दील करने का 'व्यक्तित्व या वजन' नहीं है.'
सामना के संपादकीय में कहा गया कि दूसरी तरफ, ऐसी संभावना नहीं है कि सरकार कोई 'तेजस्वी' उम्मीदवार लाएगी. पांच साल पहले दो-तीन लोगों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चुना और इस साल भी वे ऐसा ही कर सकते हैं