पानी निकासी ना होने से मार्ग बन जाता है तालाब

in #mandla2 years ago

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  • मवई मुख्यालय की सड़को पर भरा पानी, वर्षो से कर रहे नाली निर्माण की मांग
  • दुकानों में बारिश और नालियों का पानी अंदर जाता है

मंडला. विकासखंड मुख्यालय मवई में नालियों की समस्या बहुत पुरानी है। यहां बारिश के दौरान नालियां गायब हो जाती है। यहां का पूरा मार्ग तालाब नजर आने लगता है। पानी निकासी की व्यवस्था ना होने के कारण यहां थोड़ी सी बारिश में नालियों का पानी मार्गो में बहने लगता है। जिसके कारण यातायात भी प्रभावित होता है। बीते कई वर्षो से मवई में नाली ना होने के कारण पानी निकासी की समस्या बनी हुई है, लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि समेत प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके कारण क्षेत्र समेत यहां से गुजरने वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी अनुसार बारिश के दौरान यहां का मार्ग तालाब नजर आने लगता है। यहां की दुकानों में बारिश और नालियों का पानी अंदर जाता है। जिससे दुकानों का सामानों को नुकसान पहुंचता है। सड़क किनारे बनी दुकानों का कचरा भी नाली में जाने के कारण नालियां जाम हो जाती है, जिसके चलते नालिया का पानी सड़क पर आ जाता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जल्द ही नाली निर्माण की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाएगी, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है यह कहा नहीं जा सकता है।

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बता दे कि मार्ग में नालियों का पानी आने का मुख्य कारण देखा जाये तो सड़के यथावत अपनी स्थान पर है। सड़क के किनारे बनी दुकान व मकानो की ऊंचाई सड़क से ऊपर हो चुकी है, जिसके कारण पानी नालिया की जगह मुख्य मार्ग पर आ जाता है। अब जनप्रतिनिधियों का कहना है हम प्रतिवर्ष नालियों की सफाई कराते है और उसके लिये भुगतान भी करते है लेकिन व्यापारियों व आस पास के रहने वाले लोगो द्वारा नालियों को कूड़ा दान समझकर उसमें कचरा पाट दिया जाता है। जिसके कारण बारिश में नालियों का पानी भी मार्ग में आ जाता है और यह समस्या बनती है।

ग्रामीण व व्यापारियों का कहना है कि क्षेत्र में कचरे के निष्पादन के लिए कूड़ादान नहीं बनाया गया है और नालियों का निर्माण भी सही तरीके से नहीं किया गया है। जिसके कारण नालियों का पानी थोड़ी सी बारिश में ऊपर आ जाता है। बारिश में नालियां जल्द ही भर जाती है। यदि पंचायत द्वारा उचित व्यवस्था बना दी जाए तो इस समस्या से कुछ हद तक छुटकारा मिल सकेगा। अन्यथा जैसी स्थिति अभी है, वैसे ही स्थिति बनी रहेगी।

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  • ग्रामीणों की मांग, जल्द हो समस्या का निराकरण :
    बताया गया कि पिछली पंचायत ने अपने अंतिम वर्ष में नई नालियों का निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया था लेकिन आचार संहिता लगने के कारण नालियों का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। नालियों का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। क्षेत्र में नालियों का निर्माण व्यवस्थित ढंग से करा दिया जाए तो बारिश के सीजन में यहां पानी निकासी की समस्या भी खत्म हो जाएगी और बारिश में तालाब का नाजारा नजर नहीं आएगा। समस्या के समाधान के बाद क्षेत्रवासियों समेत आने जाने वाले राहगीरों को इस समस्या से निजात मिल सकेगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द ही क्षेत्र में नाली निर्माण कराया जाए। जिससे इस समस्या से निजात मिल सके।

  • किसानों में खुशी, खेतों में डेरा :
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    विगत दिनों बारिश ना होने के कारण जहां किसान मायूस नजर आ रहे थे, वहीं अब मानसून सक्रिय हो जाने और रोजाना बारिश होने से किसानों के चेहरे खिले हुए है। खेतों में बारिश का पानी भरने लगा है। विगत दिनों से हो रही बारिश किसानों का डेरा अब खेतों में नजर आ रहा है। किसान में अपनी फसल के लिए अच्छी उत्पादन की उम्मीद जाग गई है। बता दे कि मवई क्षेत्र की मिट्टी लाल और पीली है। जिसके कारण खेतों में पानी का रूकाव नहीं हो पाता है। जिसके कारण मवई क्षेत्र के खेतों में पानी की आवश्यकता ज्यादा पड़ती है। वहीं धान की फ़सल के लिये अधिक पानी की आवश्यकता पड़ती है जो की मानसून ही इस आवश्यकता की पूर्ति कर पाता है। जिसके कारण मवई क्षेत्र के किसान अच्छी बारिश का इंतजार करते है। जिससे उनकी फसल का उत्पादन अच्छा हो सके।

  • नालियों को बना दिए कचरा घर:
    जिले भर में स्वच्छता अभियान के अंतर्गत जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को समझाईश दी जाती है कि अपने घर व अपने घर के आसपास साफ सफाई रखे, जिससे हम स्वस्थ रहे और एक स्वस्थ भारत का निर्माण कर सके। लेकिन लोग सफाई के प्रति जागरूक नहीं हो रहे है। घरों से निकलने वाले कचरे को कचरा घर में फेंकने के वजाए नालियों में डाल रहे है। जिससे घरों से निकलने वाला गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती है। जिसके कारण नालियों का पानी सड़कों में फैलता है। इस समस्या के निजात के लिए लोगों को भी जागरूक होना होगा, तभी इस परेशानी से छुटकारा मिल सकता है।

  • इन कारणों से सड़के बन जाती है तालाब :

  • नालियों में कचरा का जमा हो जाने के कारण नालियां हमेशा जाम रहती है।

  • घरों और दुकानों का कचरा सीधे नालियों में फेका जाता है, समय पर सफाई नहीं की जाती है।

  • मवई क्षेत्र में मुख्य मार्ग पर बने घर और दुकानों को सड़क लेबल से ऊंचाई पर बनाई गई है।

  • नालियों में अतिक्रमण कर उनमे निर्माण कार्य कर दिया गया है। जिससे पानी निकासी नहीं हो पाती है।