नई ऊर्जा के साथ कान्हा के हाथी पार्क की करेंगे सुरक्षा

in #one2 years ago

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  • गाईड भी निभाएंगे अहम भूमिका
  • हाथियों की हुई एक सप्ताह सेवा
  • गाईड को कराया जाएगा रिफ्रेशर कोर्स

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मंडला. दुनिया भर में मशहूर कान्हा राष्ट्रीय उद्यान वन्य प्राणियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां बाघ, चीतल, सांभर समेत अन्य वन्य प्राणियों की प्रजाति पाई जाती है। वहीं कान्हा पार्क की सुरक्षा के लिए 18 विभागीय हाथी तैनात है, जो पार्क की सुरक्षा में वनकर्मियों के साथ रहते है। इन्हीं हाथियों की खुशामदी और इनकी साल भर की थकान दूर करने के लिए प्रतिवर्ष हाथी रिजुविनेशन कैम्प का आयोजन किया जाता है। कैम्प में एक सप्ताह तक हाथियों की सेवा की गई। शनिवार को कैम्प का समापन किया गया।

हाथी रिजुविनेशन केम्प में गजराज की विशेष खातिरदारी सेवा की गई। इस दौरान इन हाथियों से कैंप के दौरान कोई काम नहीं लिया गया। इनका पूरी तरह आराम और ख्याल रखा गया। कैम्प के दौरान विभागीय हाथियों को नहलाकर उन्हें मीनू के अनुसार पसंदीदा पकवान खिलाए गए। कैम्प के दौरान अलग-अलग जोन के सभी हाथियों को एक साथ रहने और घुलने मिलने का मौका मिला।

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बताया गया है कि हाथियों में नई ऊर्जा के संचार एवं मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष कान्हा नेशनल पार्क में विभागीय हाथियों का प्रबंधन किया जाता है। हाथियों रिजुविनेशन केम्प में 18 विभागीय हाथियों के स्वास्थ्य की विशेष देख रेख की गई। कान्हा परिक्षेत्र में आयोजित कैम्प में गजराज की जमकर सेवा हुई। महावत एवं चारा कटर विभागीय हाथियों की सेवा में जुटे रहे। हाथियों को अतिरिक्त खुराक विटामिन, मिनरल, फल-फूल खिलाए खिलाए गए।

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  • पार्क की सुरक्षा के लिए अहम भूमिका:
    बता दे कि नेशनल पार्क में वन्य प्राणियों एवं वनों की सुरक्षा में इन गजराज की अहम भूमिका रहती है। घनों जंगलों और दुर्गम रास्तों में इनके द्वारा ही जाया जाता है। इन्हीं हाथियों के द्वारा वनकर्मी दिन रात पार्क की गश्ती करते है। वन्य प्राणियों के अस्वस्थ्य और घायल होने की स्थिति में हाथियों द्वारा ही उन तक पहुंचा जाता है। वन्य प्राणियों की सुरक्षा इन्हीं हाथियों पर निर्भर होती है। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखकर विगत कई वर्षों से कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में विभागीय हाथियों का प्रबंधन मानसून के दौरान किया जाता है। कान्हा में 18 विभागीय हाथी है। हाथियों को पार्क का उपयोग वनों एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए गश्ती कार्य में किया जा रहा है। इस दौरान हाथियों का विशेष ख्याल रखा जाता है। केम्प के माध्यम से हाथियों में नई ऊर्जा का संचार होता है। मानसिक आराम के साथ इन सामाजिक प्राणियों को एक साथ समय बिताने का मौका भी मिलता है।

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  • गाइडों को कराया जाएगा रिफ्रेशर कोर्स :
    बताया गया कि कान्हा नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों को कान्हा से रूबरू कराने वाले गाइडों की अहम भूमिका रहती है। पार्क आने वाले पर्यटक गाइड के आधार पर दी जाने वाली जानकारी से अवगत होते हैं। इस लिहाज से गाइडों के लिए भी पार्क खुलने के पहले रिफ्रेशर कोर्स कराया जाता है। इस कोर्स में अलग-अलग चरण में गाईडों को प्रशिक्षित किया जाता है। कान्हा के ईको सेंटर खटिया में गाइडों को यह ट्रेनिंग कान्हा क्षेत्र के नेचरिस्ट के द्वारा दी जाती है। प्रशिक्षण में कान्हा के गाइडों को विस्तार से जानकारी दी जाती है।