मेरी फिल्में नहीं पसंद हैं तो मत देखिए, मैं कुछ नहीं कर सकती

in #film2 years ago

Lko samachar

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आलिया भट्ट ने नेपोटिज्म के बारे में कहा- एक्ट्रेस ने कहा कि बुरा लगना उस प्यार और इज्जत के मुकाबले बहुत छोटी कीमत है जो मुझे मिलता है। मैं घर जाती हूं और अपना काम करती हूं। जब भी नेपोटिज्म को लेकर बहस होती है तो बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट हमेशा ही निशाने पर आ जाती हैं। आलिया भट्ट एक बेहद कामयाब स्टार किड हैं। उनके करियर का ग्राफ बहुत तेजी से ऊपर गया और उन्होंने अभी तक बेहिसाब ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। बावजूद इसके कि आलिया एक अच्छी कलाकार हैं, उन पर नेपोटिज्म का टैग लगा ही रहता है। हाल ही में फिर एक बार उनसे इस बारे में सवाल किया गया।
नेपोटिज्म पर आलिया का रिएक्शन
आलिया भट्ट ने उनकी फिल्मों को लेकर फैलाई जा रही निगेटिविटी के बारे में कहा कि अगर किसी को उनकी फिल्में नहीं पसंद हैं तो वह ना देखे। आलिया भट्ट से जब पूछा गया कि वह नेपोटिज्म को लेकर होने वाली डिबेट्स और ट्रोल्स को कैसे डील करती हैं? तो एक्ट्रेस ने कहा कि इन चीजों को डील करने के 2 तरीके हैं।

रिस्पॉन्स मत कीजिए, ना बुरा मानिए
आलिया भट्ट ने कहा, 'पहला तो बहुत नियंत्रित तरीका है कि और मैं अपनी कीमत और अपनी स्पेस साबित कर सकती हूं। मैं ऐसा मानती हूं कि इस पूरी बहस को मैं सिर्फ अपने काम और अपनी फिल्मों के जरिए खत्म कर सकती हूं। तो रिस्पॉन्स मत कीजिए, ना ही बुरा मानिए। जाहिर तौर पर मुझे इन चीजों के लिए बुरा लगता है।' देखना होगा आखिरी हंसी किसकी होगी? एक्ट्रेस ने कहा कि बुरा लगना उस प्यार और इज्जत के मुकाबले बहुत छोटी कीमत है जो मुझे मिलता है। मैं शांत हो जाती हूं, घर जाती हूं और अपना काम करती हूं। मैंने गंगूबाई काठियावाड़ी जैसी फिल्म दी है। तो निर्भर ये करता है कि आखिरी हंसी किसकी होगी? कम से कम तब तक, जब तक मेरी अगली फिल्म फ्लॉप नहीं हो जाती। अभी तो मैं हंस रही हूं।

पसंद नहीं हूं तो मेरी फिल्में मत देखिए
आलिया भट्ट ने कहा कि आखिरकार मुझे मेरे काम को ही आगे बढ़ने के लिए इस्तेमाल करना है। कब तक मैं चिल्ला-चिल्लाकर खुद को डिफेंड करती रहूंगी। अगर आपको मैं पसंद नहीं हूं तो मेरी फिल्में मत देखिए। मैं कुछ नहीं कर सकती। मैं बस आपके लिए यही कर सकती हूं। मैं अपनी फिल्मों के जरिए साबित कर दूंगी कि मैं इस सबकी हकदार हूं।'