अस्पतालों में रात के समय 'नियमित सुरक्षा गश्त' सुनिश्चित करने के निर्देश जारी

in Lucknow Mandal News8 days ago

लखनऊ 11 सितम्बर:(डेस्क)मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने प्रदेश के अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। मंगलवार शाम को जारी की गई इस गाइडलाइन का उद्देश्य सभी मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा विश्वविद्यालयों में स्वास्थ्य कर्मियों, मरीजों और तीमारदारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

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सुरक्षा व्यवस्था के मुख्य निर्देश

सुरक्षा गश्त: सभी अस्पतालों में नियमित सुरक्षा गश्त सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

अपराध की जानकारी: अस्पतालों में आपराधिक कृत्यों के लिए निर्धारित सजाओं के बारे में डिस्प्ले बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया है। इससे मरीजों और तीमारदारों को अस्पताल में सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा सकेगा।

सुरक्षा समितियों का गठन: 'अस्पताल सुरक्षा समिति' और 'हिंसा रोकथाम समिति' का गठन किया जाएगा, जिसमें वरिष्ठ चिकित्सक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। इन समितियों का कार्य उचित सुरक्षा उपायों की रणनीति बनाना और उन्हें लागू करना होगा।

प्रवेश विनियमन: आम जनता और मरीज के तीमारदारों के लिए अस्पताल के प्रमुख क्षेत्रों में प्रवेश को विनियमित किया जाएगा। इसके लिए आगंतुक पास नीति भी जारी की जाएगी।

रात की ड्यूटी के लिए सुरक्षा: विभिन्न ब्लॉकों, छात्रावास भवनों और अस्पताल के अन्य क्षेत्रों में रात्रि ड्यूटी के दौरान रेजिडेंट डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षित आवाजाही के लिए प्रावधान किए जाएंगे।

प्रकाश व्यवस्था: आवासीय ब्लॉक, छात्रावास ब्लॉक और अस्पताल परिसर के अन्य सभी क्षेत्रों में उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा नियंत्रण कक्ष: अस्पतालों के सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं, रोगी कमरों तक जाने वाले गलियारों और परिसर के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही 24/7 मानवयुक्त सुरक्षा नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी।

पुलिस चौकियां: चिकित्सा संस्थाओं में आने वाले लोगों की संख्या, बेड्स की संख्या और सुविधाओं के अनुरूप पुलिस चौकियों की स्थापना की संभावना पर विचार किया जाएगा।

महिलाओं की सुरक्षा: कार्य स्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम के तहत शिकायतों के समाधान के लिए 'आंतरिक शिकायत समिति' का गठन किया जाएगा।