करोड़ों की लागत से बनी सड़क निर्माण में बरती गई मनमानी की वर्षा ने खोली पोल

in #rain2 years ago

JvFFVmatwWHT5Fvr9KYC33pgDuNiL28RTdcsYYknFzbHTGmzV3pF9W2z73WAs1gxJ7Zbc5AB7d6JHJ5AAbja9iudF3VCymrhyehrKS2VB99dkPzH8WvDPFBKar3L6WBbG3e2j1f6SS.jpegडिंडौरी गोरखपुर । जिले के करंजिया विकासखंड अंतर्गत लगभग तीस करोड़ की लागत से बनाई गई पक्की सड़क में बरती गई मनमानी की पोल वर्षा ने खोल दी। क्षेत्र में हुई तेज वर्षा के चलते सड़क का एक हिस्सा पानी में बह गया। अब विभाग के जिम्मेदार इस बड़ी मनमानी को ढांकने के लिए खानापूर्ति में जुट गए हैं। सड़क का हिस्सा बहने के मामले में बचाव करते हुए विभाग के जिम्मेदार इसे यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि किसी ने पानी निकासी के लिए सड़क खोदा है। बताया गया कि सड़क बनकर तैयार हुए महज छह माह ही हुए हैं।

पहली वर्षा में ही बही सड़क

जानकारी के मुताबिक सिवनी संगम से गोपालपुर तक 28 किलोमीटर लंबी इस सड़क की लागत राशि लगभग तीस करोड़ रुपये बताई गई। निर्माण एजेंसी एस्कॉन नामक कंपनी ने सड़क का निर्माण कराया है। निर्माण कार्य के दौरान भी ग्रामीणों ने गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे। मनमानी पूर्वक कराए गए निर्माण कार्य के चलते वर्षा के पहले सीजन में ही सड़क का हिस्सा बह जाना ठेकेदार के साथ विभाग के जिम्मेदारों की भूमिका पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। बताया गया कि गत दिनों हुई वर्षा के दौरान इस मार्ग पर ग्राम पंचायत झनकी के पास सड़क का एक हिस्सा बह गया। सड़क के किनारे मिट्टी का कटाव होने से एक हिस्सा धंसक भी गया है।

नक्सल प्रभावित क्षेत्र को जोड़ती है सड़क

स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ सीमा स्थित गोपालपुर समेत दर्जनों नक्सल प्रभावित ग्रामों को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए सरकार ने इस सड़क का निर्माण कराया था ताकि संवेदनशील क्षेत्रों का समुचित विकास हो सके। साथ ही उन क्षेत्रों में आसानी से पहुंचा जा सके। लेकिन सरकार की मंशाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है। क्षेत्र के मुन्ना सिंह, हरपाल, मदन सहित अन्य ने कलेक्टर से इस पूरे निर्माण कार्य की दूसरे विभाग के अधिकारियों से जांच कराकर जिम्मेदारों के विरूद्घ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।