राम-कृष्ण की पूजा नहीं; AAP मंत्री की शपथ

in #delhi2 years ago

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंत्री की मौजूदगी में हजारों लोगों को 'राम और कृष्ण' को भगवान ना मानने की शपथ दिलाई गई।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंत्री की मौजूदगी में हजारों लोगों को 'राम और कृष्ण' को भगवान ना मानने और कभी पूजा ना करने की शपथ दिलाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद भाजपा ने कहा है कि यह बौद्ध और हिंदू धर्म मानने वालों को लड़वाने की कोशिश है। भाजपा ने राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल से कहा है कि 24 घंटे के भीतर बर्खास्त किया जाए। इस बीच राजेंद्र पाल गौतम ने सफाई देते हुए कहा है कि इसका किसी पार्टी से कोई लेनादेना नहीं है। सूत्रों का यह भी कहना है कि अरविंद केजरीवाल भी राजेंद्र पाल गौतम से नाराज हैं।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, ''केजरीवाल के मंत्री राजेन्द्र गौतम ने जिस तरह हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया है वो निंदनीय है और उसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए। आम आदमी पार्टी का इतिहास हमेशा से ही नफरत फैलाना और हिंदू धर्म के अपमान करने का रहा है।'' दिल्ली से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने भी कहा कि यह हिंदू और बौद्ध धर्म मानने वालों को लड़ाने की कोशिश है। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह राजेंद्र पाल की बातों से असहमत हैं तो 24 घंटे के भीतर बर्खास्त करें। दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि वह गौतम के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने जा रहे हैं।
दरअसल, विजयादशमी पर दिल्ली के करोलबाग स्थित अंबेडकर भवन में हजारों लोगों ने बौद्ध दीक्षा ली। इस कार्यक्रम में मंच पर दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद थे। उनकी मौजदूगी में शपथ दिलाई गई कि 'हम ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण, गौरी-गणपति को भगवान नहीं मानेंगे और कभी उनकी पूजा नहीं करेंगे।' बीजेपी वीडियो साझा करते हुए केजरीवाल सरकार को घेरने में जुट गई है। बीजेपी ने केजरीवाल सरकार को हिंदू विरोधी बताया है।

मंत्री गौतम ने दी सफाई
राजेंद्र पाल गौतम ने अपनी बात पर सफाई देते हुए एक चैनल से कहा कि जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं। वे झूठे हैं। शपथ को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ''जब कोई बौद्ध धर्म की दीक्षा लेते हैं वह मानवता की बात करता है। किसी धर्म की बात नहीं करता। किसी धर्म को अपमानित करने की बात नहीं करता। सबके सम्मान की बात करता है। भाजपा के लोगों के पास कुछ है नहीं। वह पूरा वीडियो देखें। वह अपना दिमाग ठीक करें। लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। वह जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. उनके पास जाति धर्म के अलावा कुछ है नहीं।'' उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म की 22 प्रतिज्ञा पूरी तरह पढ़ने से पूरा कॉन्सेप्ट समझ में आएगा। गौतम ने कहा कि भाजपा धार्मिक आयोजन को भी राजनीति में घसीटती है इसका किसी पार्टी से कोई लेनादेना नहीं है।