रात में ही क्यों ज्यादा दुखते हैं पैर?

in #delhi2 years ago

पैरों में दर्द कभी भी किसी को भी हो सकता है. थकान, कमजोरी, बहुत अधिक शारीरिक श्रम या किसी बीमारी की वजह से पैर दर्द होना सामान्य है. लेकिन कई लोगों को अक्सर ये परेशानी रहती है. जबकि कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें हमेशा रात में या सोते समय पैर में दर्द होता है जो इतना तेज होता है जिससे उनकी नींद खुल जाती है. लंबे समय तक होने वाला ये दर्द कई बार गंभीर भी हो सकता है

अगर आप भी आए दिन पैरों में होने वाले दर्द से परेशान हो चुके हैं और कई तरीके आजमाने के बाद भी आपको इस दर्द से छुटकारा नहीं मिल रहा है तो आपको सबसे पहले इसके पीछे की वजह का पता लगाना होगा. पैरों में दर्द कभी भी किसी को भी हो सकता है. थकान, कमजोरी, बहुत अधिक शारीरिक श्रम या किसी बीमारी की वजह से पैर दर्द होना सामान्य है. लेकिन कई लोगों को अक्सर ये परेशानी रहती है. जबकि कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें हमेशा रात में या सोते समय पैर में दर्द होता है जो इतना तेज होता है जिससे उनकी नींद खुल जाती है. यहां आपको बता दें कि रात में होने वाले दर्द से आप अकेले पीड़ित नहीं हैं बल्कि लाखों लोगों को रात में इस तरह के दर्द की शिकायत होती है. इस खबर में हम आपको रात के समय होने वाले दर्द के कारण और उपाय बताएंगे जिनकी मदद से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं.

  1. प्लैंटर फैसिसीटीज
    पैर के आगे वाले हिस्से से एड़ी तक जाने वाले ऊतक को प्लैंटर फैसिसीटीज कहा जाता है. जब इस पर दबाव या किसी तरह का खिंचाव होता है तो इससे पैरों में दर्द और सूजन होती है. प्लैंटर फैसिसीटीज एड़ी के दर्द के सबसे आम कारणों में से एक है. अगर आपको एड़ी में अक्सर दर्द रहता है तो हो सकता है कि आपके प्लैंटर फैसिसीटीज में किसी तरह का दबाव या खिंचाव आया हो. मोटापा और बहुत देर तक खड़े रहने की वजह से भी ये दर्द हो सकता है. ये अक्सर सुबह के वक्त होता है.

. मॉर्टन्स न्यूरोमा
मॉर्टन न्यूरोमा एक दर्दनाक स्थिति है जो आपके पैर की उंगलियों की नसों के आसपास सूजन या चुभन के कारण होती है. इससे जलन और नसों में तेज दर्द महसूस होता है. ये दर्द कई बार पूरे दिन और रात रह सकता है. खासकर जब आप चलते हैं या अपने पैरों पर दबाव डालते हैं.

  1. गर्भावस्था
    गर्भावस्था के दौरान आपका शरीर कैल्शियम को अलग तरह से प्रॉसेस्ड करता है. कैल्शियम के स्तर में इस बदलाव से पैर में ऐंठन और दर्द हो सकता है.

  2. डायबिटीज
    ब्ल्ड शुगर का हाई लेवल धीरे-धीरे सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है. इसमें आपके पैरों की नसें भी शामिल होती हैं. स्थिति बिगड़ने पर इससे पैरों में तेज दर्द होता है जो समय के साथ बढ़ता जाता है.

  1. फाइब्रोमायल्गिया
    फाइब्रोमायल्गिया एक क्रॉनिक (लंबे समय तक रहने वाली बीमारी) कंडीशन है जो तेज दर्द का कारण बनती है. इसमें पैरों और अन्य अंगों में भी दर्द होता है. कई बार अंगों पर दबाव या बहुत श्रम की वजह से ये स्थिति पैदा हो जाती है. रात में अक्सर एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोन कार्टिसोल के लो हो जाने की वजह से दर्द भयावह हो जाता है.

  2. नसों पर दबाव
    आपके टखने की नसों पर दबाव पड़ रहा है तो ये टार्सल टनल सिंड्रोम का कारण बन सकता है. कूल्हे के पास मौजूद स्केटिएक नस पर दबाव पड़ने से भी आपके पैरों में दर्द हो सकता है. इन दोनों ही स्थितियों में नसों पर दबाव पड़ने से रात में भयंकर दर्द होता है.

  3. गलत तरीके से उठना-बैठना
    पैरों में दर्द के कई और सामान्य कारण भी होते हैं जैसे आप कैसे बैठते हैं और किस तरह के जूते पहनते हैं. लंबे समय तक बैठे रहने या खड़े रहने, ज्यादा चलने या दौड़ने से भी पैरों में दर्द रहता है लेकिन ये दवा खाने या सिकाई करने से ठीक भी जाता है.