सिधौली पोस्टर फाड़ने वाले वायरल वीडियो का क्या है सच

in #sidhauli2 years ago

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जनपद सीतापुर के सिधौली कस्बे के मोहल्ला गांधी नगर उत्तरी का एक सीसीटीवी वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया की सतह पर तेजी से तैर रहा है। बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो में एक शख्स है, जो अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के पोस्टर को फाड़ रहा है और फेंक रहा है। बताया जा रहा है कि गांधीनगर उत्तरी के वर्तमान सभासद अविकार सिंह उर्फ प्रतीक सिंह के पोस्टर फाड़े गए हैं। जिसकी शिकायत उन्होंने सिधौली कोतवाली पुलिस से भी की थी। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके प्रतिद्वंदी सभासद प्रत्याशी रजत त्रिपाठी ने उनके पोस्टरों को फाड़ा है। उन्होंने प्रतिद्वंदी सभासद प्रत्याशी रजत त्रिपाठी पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाते हुए एक सीसीटीवी वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो शख्स किसी के पोस्टरों को फाड़ रहे हैं। जिसके बाद पूरे कस्बे के लोगों की जुबान पर इस सीसीटीवी वीडियो की बातें सुनाई दे रही थी। कुछ लोगों ने तो इस सीसीटीवी वीडियो को सच मान लिया और प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के प्रति कई अनर्गल बातें भी सोशल मीडिया पर लिखनी शुरू कर दी, लेकिन ज्यादातर लोगों ने इस वीडियो को सच मानने से मना कर दिया और इस वीडियो की पड़ताल करने की बात कही। जिसके बाद हमारी टीम ने इस वायरल वीडियो की पड़ताल की और कुछ हैरतअंगेज तथ्य सामने आए। पड़ताल में जो सच सामने आया वह आपको आपकी स्क्रीन पर दिखाई दे रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि किस प्रकार दूसरों के पोस्टरों के ऊपर वर्तमान सभासद ने अपने पोस्टर चिपकाए हैं। वर्तमान सभासद का आरोप है कि सीसीटीवी में दिख रहे पोस्टर फाड़ने वाला शख्स उनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी रजत त्रिपाठी है, और वह हार के भय से बौखला गए हैं और उन्होंने सभासद के पोस्टर फाड़े हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सीसीटीवी तो एक नमूना था उनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी द्वारा पूरे मोहल्ले के पोस्टर फाड़े गए हैं किंतु जब वायरल सीसीटीवी की जांच की गई तो पता चला कि सीसीटीवी को वायरल करना एक षड्यंत्र था। पूरे मोहल्ले में सभासद प्रतीक सिंह के पोस्टर लगे हैं किंतु जितने स्थान पर सीसीटीवी लगे थे सिर्फ उतनी जगह पर ही पोस्टर फाड़े गए हैं। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि यदि प्रतिद्वंदी प्रत्याशी द्वारा बौखलाहट में पोस्टर फाड़े गए होते तो केवल सीसीटीवी वाली जगह के ही क्यों ? वर्तमान सभासद के पोस्टर तो प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के घर के आसपास भी लगे हैं किंतु वहां पोस्टर नहीं फाड़े गए। वही जब इस वायरल सीसीटीवी की और पड़ताल की गई तो पता चला कि केवल उन्हीं पोस्टरों को फाड़ा गया है जो पोस्टर वर्तमान सभासद द्वारा प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के पोस्टर के ऊपर लगाए गए थे। इतना ही नहीं मोहल्ले वासियों का यह भी आरोप है कि वर्तमान सभासद ने पिछले 5 सालों में सिर्फ अपना विकास किया है और जनता का विकास नहीं किया। कई सरकारी योजनाओं में जमकर धांधली की है। वर्तमान सभासद के पास में वोटरों को लुभाने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा और ना ही खोखले वादे, क्योंकि वह अपने सारे झूठे वादे पहले ही कर चुके हैं। जिन्हें उन्होंने पूरा ही नहीं किया। जिसके बाद मोहल्ले की जनता ने उन्हें नकार दिया। जिसको देखते हुए उन्होंने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के पोस्टरों के ऊपर अपने पोस्टर चिपका दिए, और हैरत की बात तो यह है कि सिर्फ प्रतिद्वंदी सभासद के पोस्टरों के ऊपर ही नहीं बल्कि कई अन्य नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशियों के पोस्टरों के ऊपर भी उन्होंने अपने पोस्टर चिपकाए हैं। पड़ताल में पाया गया कि उनके पोस्टर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी गंगाराम राजपूत, ललित मिश्रा, राम पाल भार्गव तथा प्रशांत तिवारी समेत कई अन्य प्रत्याशियों के पोस्टरों के ऊपर चिपकाए गए है। किंतु वर्तमान सभासद ने सबसे ज्यादा पोस्टर अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के पोस्टरो के ऊपर ही चिपकाए और षड्यंत्र के तहत उन्होंने सीसीटीवी वाली जगह पर ही ज्यादातर प्रत्याशी के पोस्टरो के ऊपर अपने पोस्टर चिपकाए ताकि अपने पोस्टरों के ऊपर वर्तमान सभासद के पोस्टरों को देखकर प्रतिद्वंदी प्रत्याशी का गुस्सा फूटे और वह आवेश में आकर कुछ ऐसा कदम उठाया जिससे आम जनता को मुख्य मुद्दों से भटका कर ऐसे फालतू के मुद्दों में उलझा दिया जाए, ताकि जनता वर्तमान सभासद से उनके 5 सालों के कार्यकाल में हुए कार्यों के बारे में ना पूछ सके। वहीं दर्जनों मोहल्ले वासियों का मानना है कि यह सीसीटीवी जो वायरल किया गया है यह एक षड्यंत्र के तहत बनाया गया था। जिससे जनता को विकास के मुख्य मुद्दों से भटका कर इन मुद्दों में उलझा दिया जाए, किंतु जनता बहुत समझदार है। अब जनता पहले जैसे पुराने खोखले और झूठे वादों में नहीं आने वाली। यह जनता है साहब! सब जानती है। तो यह था वायरल वीडियो का सच।