खाद की किल्लतनिजी दुकानों पर नहीं मिली डीएपी , किसान परेशान

in #urvarak2 years ago

जिले में डीएपी खाद की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है
निजी दुकानों पर नहीं मिली डीएपी , किसान परेशान

धनघटा के लोहरैया में दुकान पर अन्य खाद तो है पर डीएपी नहीं मिली।
निजी दुकानों पर नहीं मिली डीएपी , किसान परेशान
निजी दुकानों पर नहीं मिली डीएपी , किसान परेशान
निजी दुकानों पर नहीं मिली डीएपी , किसान परेशान
हैंसर में दुकानों पर भी खाद उपलब्ध नहीं

घनघटा क्षेत्र के लोहरैया, बसवारीगांव, डिहवा बाजार, संठी, बभनौली, खांजो आदि दुकानों पर किसानों ने चक्कर लगाया। किसान रामानन्द, राहुल, उजागिर, राजाराम आदि ने बताया कि पिछले 10 दिनों से समितियों व दुकानों का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन डीएपी मुहैया नही हो रही है।

मेंहदावल क्षेत्र में खाद की किल्लत से किसान निराश

मेंहदावल क्षेत्र में डीएपी खाद की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है। गेंहू की फसल की बुआई इस समय पीक पर है। किसान जैसे-तैसे सुपर फास्फेट खाद व यूरिया खाद प्राइवेट दुकानों से खरीद कर काम चला रहे हैं। प्राइवेट दुकानदार भी किसानों से मनमाना रेट वसूल रहे हैं।

समितियों पर खत्म हो गई खाद, दुकानों पर है उपलब्ध

नाथनगर ब्लाक क्षेत्र के अधिकतर सहकारी समितियों पर डीएपी खत्म हो चुकी है। वहीं कुछ पर उपलब्ध है। लेकिन वह भी जल्द खत्म होने का आसार बना है। दुकानों पर खाद उपलब्ध तो है, लेकिन किसान वहां से खरीदने के बजाय कन्नी काट रहे हैं। किसान राम भरोसे, ज्ञान दीन, अब्दुल शमद आदि ने बताया कि जो भरोसा समिति पर उपलब्ध खाद की गुणवत्ता पर है, वह दुकानों से मिलने वाली डीएपी पर नहीं है। कालाबाजारी भी की जा रही है। दुकानों पर खाद उपलब्ध है।

संतकबीरनगर, । जिले में डीएपी खाद की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस समय न तो समितियों पर खाद उपलब्ध है और न ही प्राइवेट दुकानों पर ही खाद मिल पा रही है। किसान चक्कर लगाकर परेशान हैं। खाद कम मिलने के कारण बुआई का कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। इधर कुछ बाढ़ ग्रस्त इलाकों के खेतों की नमी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। जनपद के ज्यादातर क्षेत्र की ऐसी ही स्थिति है। रैक आने की सूचना के बाद प्राइवेट दुकानों पर किसान उमड़े लेकिन, वहां से भी निराश होकर ही लौटना पड़ा। इक्का दुक्का समितियों पर ही खाद की सूचना रही तो किसान ले गए।

डीएपी की तलाश में किसान भटकने पर मजबूर राजघाट। खाद के लिए किसान दुकानों और समितियों पर चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन कहीं भी खाद नहीं मिल रही है। बेलहर क्षेत्र में समितियों पर खाद आते ही खत्म हो गई। प्राइवेट दुकानों पर भी डीएपी उपलब्ध नहीं है। इस कारण और परेशानी हो रही है। कुछ दुकानों पर सिर्फ यूरिया है। पूछे जाने पर दुकान संचालकों ने बताया कि सप्ताह भर पहले आई थी, उसके बाद से खाद नहीं मिली है। किसान रामवृक्ष, अंगद, शत्रुघ्न आदि ने बताया कि खाद के लिए इधर उधर भटक रहे हैं और खेत की नमी खत्म होती जा रही है।

खाद के लिए किसान परेशानधर्मसिंहवा क्षेत्र में खाद न तो दुकान पर है और न ही गोदाम पर। मेंहदूपार, धर्मसिंहवा आदि चौराहे के साथ गोदामों से खाद गायब है। क्षेत्र के किसान बालमुकुंद पांडेय, राजकुमार, जयशंकर प्रसाद, कमलेश कुमार, अरुण आदि लोगों ने बताया कि गोदाम पर खाद आते ही खत्म हो जा रही है। दुकानों पर भी खाद कम आ रही है, इस कारण किसान परेशान हैं। गेहूं की बुआई का समय निकलने से दूर-दूर तक खाद के लिए चक्कर लगा रहे हैं।

कांटे क्षेत्र में भी खाद उपलब्ध नहीं विकास खण्ड सेमरियावां क्षेत्र के कांटे में खुली दर्जनों दुकानों पर इस समय डीएपी उपलब्ध नहीं है। किसी के पास इस समय डीएपी नहीं उपलब्ध है। दुकानदारों ने बताया कि क्षेत्र में 80 प्रतिशत गेहूं की बुवाई हो चुकी है। लेकिन अभी भी किसान खाद के लिए आ रहे हैं। जल्द ही खाद उपलब्ध होने की संभावना है।