डॉ. आदित्यवर्धन का शव गंगा बैराज में मिला, 9 दिनों की तलाश के बाद पिता और भाई ने की पहचान
कानपुर 09 सितम्बरः (डेस्क)डॉ. आदित्यवर्धन सिंह, जो स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर थे, का शव 9 दिन बाद गंगा बैराज में मिला। उनकी डूबने की घटना 31 अगस्त को नानामऊ गंगाघाट पर हुई, जब वे अपने दोस्तों के साथ गंगा में नहा रहे थे।
घटना का विवरण
डॉ. आदित्यवर्धन सिंह, जो बांगरमऊ क्षेत्र के कबीरपुर गांव के निवासी थे, अपनी कार से नानामऊ घाट पहुंचे। वहां नहाते समय वे गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। उनके दोस्तों प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा ने उन्हें बचाने के लिए गोताखोरों से मदद मांगी।
गोताखोरों की मांग
गोताखोरों ने बचाव कार्य के लिए 10,000 रुपये की मांग की। पैसे की कमी के कारण, उनके दोस्तों ने एक दुकानदार के माध्यम से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए। इस दौरान, डॉ. आदित्यवर्धन का कोई पता नहीं चला।
तलाश का प्रयास
तलाश के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जल पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की टीमों ने कई दिन तक प्रयास किए। हालांकि, पहले चार दिनों में कोई सफलता नहीं मिली।
शव की बरामदगी
9 सितंबर को, गंगा बैराज में डॉ. आदित्यवर्धन का शव मिला। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में शोक और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। उनकी मौत के कारणों और गोताखोरों की मांग को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि आपातकालीन सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।